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Modi ji ki Prernadayak Interview - Sanatan-Forever

Modi ji ki Prernadayak Interview

Interview

मोदी जी की प्रेरणा दायक इंटरव्यू आजतक पर

PM Modi Interview:-

प्रतिलिपि

0:00आप देख रहे हैं आज तक आपके साथ मैं हूं अंजना ओम कश्यप वह जो मेरे सामने मुश्किलों का अंबार है उसी से मेरे हौसलों

0:06की मीनार है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी आप ही की लिखी हुई कविता की यह दो लाइने हैं आपने 400 पार वाला टारगेट सेट किया है

0:15हौसलों की मीनार का उसी पर बातचीत करने के लिए मेरे तीन सहयोगी मेरे साथ हैं श्वेता सिंह राहुल कवल सुधीर चौधरी हम चारों आपसे

0:23सवाल जवाब करेंगे आपको सबका स्वागत है और आज तक के दर्शकों को मेरा नमस्कार है और

0:31मेरे लिए खुशी है कि इस पूरे चुनाव में कई बार मुझे आज तक के लोगों से कहीं ना कहीं मिलने का मौका मिला है लेकिन यह चतुष्कोण

0:40पूरा वैसे य चार जब इकट्ठे होते हैं कई प्रकार की कहावत है सब तो मैं उपयोग नहीं कर सकता हूं अच्छे वाली में बोल

0:50दूंगा प्रधानमंत्री जी लोग जब चुनाव की तैयारी करते हैं तो उम्मीदवारों की लिस्ट बनाते हैं वो कौन हमारा स्टार कैंपेनर

0:58होगा यह सब घोषणा पत्र तय करते हैं लेकिन आप 100 दिन आगे का एजेंडा बनाने में लग गए

1:04हैं इसीलिए मेरा पहला प्रश्न आपसे यही है कि 2014 में जब आप आए तो 100 दिन के अंदर आपने ओ आर ओपी कालेधन पर एसआईटी गठित की

1:112019 में आए तो 62 दिन आपने ट्रिपल तलाक से आजादी दिलाई और कश्मीर में 370 से

1:17आजादी दिलाई 66वें दिन 2024 में अगर आप सत्ता में आते हैं तो 100 दिन में क्या

1:24करेंगे कौन से बड़े और सख्त फैसले ले सकते हैं एक तो शायद मेरी कार्यशैली का य

1:31हिस्सा है कि मैं चीजों को बहुत वैलिड एडवांस

1:36करता हूं जब मैं संगठन का काम करता था तब भी मैं काफी पूर्वानुमान लगाता था कि मुझे

1:44इस समय यह करना इस समय यह करना है इसलिए मैं टाइम का भी ढंग से बंटवारा

1:50करता हूं प्रायोरिटी भी बड़ी आसानी से तय कर सकता

1:56हूं मैं किसी मैनेजमेंट स्कूल का स्टूडेंट तो नहीं रहा हूं लेकिन शायद यह मेरा काम करते करते डेवलप

2:04हुआ है जब मैं गुजरात में था तो गुजरात में भी

2:09मैं और आमतौर पर जो क्रिटिक्स होते हैं या ऑब्जर्वर्स

2:17होते हैं वह शुरू के तबके का देखते हैं बहु भी जब शादी करके घर में नहीं आती है

2:25तो पहले पाच सात 10 दिन बराबर देखा जाता है कैसे प रख क वो स्वाभाविक रहता है

2:32दुनिया का स्वभाव है तो मुझे लगा कि मुझे इसको एड्रेस भी करना

2:37चाहिए और मैं उस दिशा में चला अब एक बड़ी इंटरेस्टिंग घटना बताता

2:44हूं 26 जनवरी को गुजरात में भूकंप आया भयंकर भूकंप था मैं उस समय पार्टी का

2:51काम करता था अक्टूबर से को मुझे अचानक सीएम बनना

2:58पड़ा सीएम स पर लेकर के मैं सीधा भूकंप ग्रस्त इलाके में चला गया दो तीन रात में

3:04वही रहा देखा सब चीजें पहले

3:13वॉलंटिली मेरे अफसरों की तो सबने बताया सा मार्च महीने तक ये हो जाएगा मार्च महीने

3:20मैंने कहा सबसे पहले तुम्हारा यह मार्च वाला बजट कैलेंडर हैको कागज को ऐसे बाजू

3:25में रख दो भाई मुझे बताओ 26 जनवरी के पहले क्या

3:30करोगे मैंने कहा दुनिया 26 जनवरी को देखने आएगी कि एक साल में क्या किया सारा

3:37प्रीपोन करिए मुझे बताइए फिर मैंने पूरी मशीनरी को मोबिलाइज किया और मैंने यहां

3:42शायद 24 जनवरी को दिल्ली में आकर के प्रेस की थी और मैंने देश को रिपोर्ट काट दिया

3:48था और उस समय जैसे मेरा अनुमान था बहुत बड़ी मात्रा में मीडिया गुजरात पहुंचा हुआ

3:54था और वह मीडिया पहुंचा हुआ था जो चाहता ही था कि हमारी चमड़ी उधेड़ दे

4:00लेकिन मजा आप देखेंगे 24 25 26 जनवरी की रिपोर्ट वाहवाही के सिवा कुछ नहीं था और

4:08उसका एक कारण यह था कि मैंने मार्च के डेन

4:13को प्रीपोन कर लिया तो मेरी टीम का उत्साह भर गया कि यार

4:19देखिए सफलता काम रगना हो रहा है तो मैं इसकी ताकत समझता हूं और इसलिए मैं एक 100

4:26दिन का दूसरा मैं यह नहीं चाहता हूं कि सरकार चलती है यार कोई अच्छी चीज आ जाएगी तो देख

4:32लेंगे जी नहीं सरकार मुझे चलाना है सरकार चलती है इसके लिए मुझे लोगों ने

4:40नहीं बिठाया है ये मुझे देश में कु चीजों को चलाना है मुझे कुछ चीजों को बदलना है

4:49और इसलिए मेरे पास तो मैंने क्या किया 2014 में मैंने 100 दिन के लिए सोचा पा

4:55साल के लिए मेरे पास मेनिफेस्टो था 2019 में मैंने यह भी देखा साथ-साथ में मैंने ग्लोबल

5:02चित्र की तरफ भी थोड़ा ध्यान आकर्षित किया मेरा 2024 में मेरी सोच थोड़ी लंबी है मैं

5:12पिछले 5 साल से काम कर रहा हूं 20 47 पे और यह 5 साल से काम चल रहा है देश के

5:19शायद 20 लाख से ज्यादा तो मैं कह सकता हूं जिनसे मैंने इनपुट लिए हैं और मैं उनके

5:26आधार पर 47 का एक विजन डॉक्यूमेंट बना दो पीढ़ी अफसरों की रिटायर हो चुकी होगी

5:33इस पर काम करते करते काफी नए लोग आए हैं अब मैंने कहा मैंने अभी चुनाव के एक

5:40महीने पहले घोषित होने के एक महीने पहले पूरा बड़ी समिट की थी मेरी सभी काउंसिल की और सभी सच हुई फिर मैंने कहा 207 जो है अब

5:52मुझे उसको पा साल में बताई प्रायोरिटी फिर

5:57मैंने पा साल का बनाया मै फिर मैंने उनको कहा अब मुझे इसमें से 100

6:03दिन का निकालिए एक्सल पॉइंट फिर मैं उनको बताता हूं

6:08मेरी प्रायोरिटी वन ये होगी प्रायोरिटी वन

6:13बी होगी प्रायोरिटी वन सीट ए होगी प्रायोरिटी टू ए होगी प्रायोरिटी टू बी

6:19होगी उसके आधार परछ कीजिए तो उन्होंने काम कर रहे हैं तैयार किया है मेरा उनके साथ

6:26बैठना अभी बाकी है मैं शायद समय निकाल करके बैठ तोय तैयार है मेरा लेकिन अब मेरे मन में

6:34काम करते करते एक नया विचार आया है जो मैं पहली बार आपके सामने बता रहा

6:40हूं मैं जब 100 दिन का सोच रहा था अभी मैं सवा स दिन पर सोचने के लिए मैं मजबूर हो

6:46गया हूं और मैं उत्साहित भी हो गया हूं मैं देखा कि इस पूरे कैंपेन

6:53में फर्स्ट टाइम वोटर को हो युवा पीढ़ी को या मैं उनका पागलपन देख रहा हूं

7:00मैं उनके एस्पिरेशंस को फील कर रहा हूं तो

7:05मैं शायद आजकल मैं अनाउंस करने वाला हूं कि मैं अब 125 दिन पर काम करना चाहता

7:12हूं 100 दिन का मैंने प्लान कर लिया है मैं 25 दिन और जोड़ना चाहता हूं उस पोरली

7:18मैं यूथ को चाहता हूं आप मुझे आईडिया दीजिए आप मुझे अपनी प्रायोरिटी बताइए तो

7:23मैं 25 दिन टोटली डेडिकेट करना चाहता हूं मेरे देश के युवाओं को तो सवा का मैं अब

7:29करूंगा काम 100 से मैं आगे बढ़ रहा हूं 25 दिन का तो हो सकता है सर हमारा कार्यक्रम

7:35देखने के बाद ये इंटरव्यू के बाद शायद यूथ अपने आप ही आपको अब मैं पहली बार आपके सामने बोला हूं तो हो सकता बहुत ही लोगों

7:42को अच्छा लगेगा जी सर देखिए ये कितनी बड़ी बात है कि चुनाव समाप्त नहीं हुआ और हम

7:49आपके अगले टर्म की बात कर रहे हैं आप 100 दिन में 125 दिन में इससे ऐसा लगता है कि चुनाव जो है एक स्टेटस को का चुनाव है

7:56यानी लोगों को ये आश्वस्त है कि आप वापस आने वाले हैं जब बीजेपी के टिकट दिए जा रहे थे उस समय

8:03लोग कहते थे कि टिकट नहीं है यह निर्वाचन का सर्टिफिकेट

8:08है हर जगह जो बीजेपी का सबसे बड़ा एसेट है वह आपका चेहरा है और आपका काम है आपको कभी

8:15ऐसा लगा कि इस बार तीसरे टर्म के दौरान कैंडिडेट्स ने भी शायद ऐसा सोच लिया कि

8:22भाई आपके नाम पर ही जीत के आना है आपके काम में आपने इतना अच्छा करके रखा है कि उनको कोई ज्यादा मेहनत करने की जरूरत नहीं

8:28है तो आप उस हिसाब से कुछ आप देख रहे हैं कि कोई लैक ऑफ पार्टिसिपेशन या जरूरत से

8:33ज्यादा एक शोरे कैंडिडेट्स में या कार्यकर्ताओं में एक तो यह जो चुनाव जीतने

8:41वाला हूं यह हमारी सरकार बनने वाली है इस अनुमान पर पहुंचने में आप बहुत काफी लेट

8:48है बहुत लेट है आप मुझे राष्ट्रपति पुतिन का फोन आया था

8:55सितंबर की मीटिंग के निमंत्रण के लिए मुझे जी सेन का फोन आया था कि हमें

9:02मीटिंग में चाहिए तो दुनिया को तो पूरा भरोसा है कि यह सरकार बनने वाली है आप

9:09काफी लेट है लेकिन फिर भी दे रहा है दुरस्त आए

9:15अच्छा ही है जहां तक चुनाव का सवाल है मैंने एक साल

9:20पहले मेरी पार्टी को कहा था बड़ी मीटिंग में कहा था कि कैंडिडेट का इंतजार मत करो

9:29आपका कैंडिडेट घोषित हो चुका है और वह है

9:36कमल कमल ही आपका कैंडिडेट है और कोई कैंडिडेट है ही नहीं तो एक साल से मैं

9:42सिर्फ कमल के लिए ही काम करना तय कर चुका मेरी पार्टी को मैंने उस प्रकार से गनाइज

9:49कर दिया था तो हम कमल के लिए ही सब लोग काम कर रहे हैं मैं भी कमल के लिए काम कर

9:55रहा हूं मेरे साथी भी कमल के और हमारे अपोनेंट भी कमल के लिए काम कर रहे हैं

10:00क्योंकि वो जितना कीचड़ उछलते हैं कमल ज्यादा खिलता है तो वो काम वो कर रहे हैं

10:05और हम कमल की बात पहुंचा रहे हैं पर आपको ऐसा लगता है कि आपका सबसे कंफर्टेबल चुनाव

10:11है ऐसा है कभी हमने कंफर्ट जोन में जाना नहीं चाहिए अगर यह कंफर्टेबल है तो मैं

10:18खुद चुनौती खड़ी करूंगा देखिए आप देखे हो स्ट्रेट हाईवे

10:24होता है ना वहां एक्सीडेंट ज्यादा होते हैं जहां करव आते हैं वहां एक्सीडेंट कम होते हैं

10:29मैं जागृत रखना चाहता हूं मेरी टीम को जगाए रखना चाहता हूं दौड़ा रखना चाहता हूं

10:35तो मैं कंफर्ट जोन वाली दुनिया मुझे मंजूर नहीं लोग भी कहते हैं कि अगर सब इतना आसान

10:41है तो इतनी मेहनत क्यों कर रहे हैं आप मेहनत मेहनत मैं इसको अवसर मानता हूं ये मेरे लिए अपॉर्चुनिटी है जनता जनार्दन के

10:49दर्शन करना उनकी भावनाओं को समझना यही तो मेरी प्राण शक्ति है मेरी ऊर्जा है दूसरा

10:59लोकतंत्र में चुनाव को हमने जीत हार के सीमित अर्थ में नहीं लेना

11:07चाहिए एक बहुत बड़ा एक प्रकार से ओपन

11:13यूनिवर्सिटी होती है आपके पास अवसर होता है अपने विचारों को

11:19लोगों तक ले जाने का और आप जब डायरेक्ट विचार ले जाते हैं

11:25तब ना डालन आता है ना डायवर्जन आता है परफेक्टली मैसेजिंग आप कर सकते हैं फिर आप

11:33अब जैसे काशी से गया तो मेरा काशी का मिजा था लेकिन मैं कोडरमा गया वहां का जो दृश्य

11:39देखा तो मैंने अपना पूरा भाषण का विषय बदल दिया पहले मैं जाता था रास्ते में कुछ अलग

11:46सोचता था मैं क्योंकि मुझे लगा कि मुझे ये जो लोग है मुझे इनके साथ यह बात करनी है

11:52और मैं मानता हूं सभी राजनीतिक दलों का कर्तव्य है कि वे चुनाव का भरपूर उपयोग

11:58करें मतदाताओं को एजुकेट करें अपनी आइडियो जिी से एजुकेट करें अपनी वर्किंग स्टाइल से

12:06एजुकेट करें अपने प्रोग्राम से एजुकेट करें यह काम सबने करना चाहिए मैं तो

12:13चाहूंगा अभी भी करें अभी 15 20 दिन बचे हैं अपने मतदाताओं को एजुकेट करें लेकिन

12:19नहीं कर रहे हैं मोदी जी उसी सवाल से आगे बढ़ते हुए मैं यह आपसे जानना चाहती हूं कि वो कौन सी बात है कि आप जिम्मेदारी उठा

12:26लेते हैं मुझे गुजरात के दो विधानसभा चुनाव मैंने कि यह तीसरा लोकसभा आपका चुनाव है जो मैं कवर कर रही हूं मैंने

12:33देखा हर जगह आप जिम्मेदारी लेकर खड़े हो जाते हैं कि मोदी के नाम पर वोट देना है क्योंकि इसमें एक डर फेलियर का भी रहता है

12:39जो शायद आप महसूस नहीं करते हैं कभी पर 400 पार का नारा के साथ आपने शुरू किया एक

12:45बहुत बड़े मतलब उस समय सब लोग आप पर हावी हो गए थे कि 400 कैसे हो जाएगा और आज भी

12:50वही मुद्दा है वही चर्चा है अपना टार्गेट रिवा कर आप परिवार वाले लोग हैं आपके

12:55संतान है अगर आपका बच्चा 90 मार् लाता है तो आप उसको जरूर कहते होंगे अगली बार 95

13:02लाना है जरूर कहते होंगे 99 लाए होंगे बोले 99 है 100 लाना तो मुश्किल है लेकिन

13:10फिर भी देखो ना जरूर कहते होंगे हमारे पास ऑलरेडी 19 से 24 400 थे एनडीए के रूप में

13:19और एनडीए प्लस के रूप में तो एक मेरा कर्तव्य बनता है अभिभावक के रूप में भी कि

13:24भाई 400 पार आगे जाना है तो यह मेरी जिम्मेवारी बनती है क्योंकि हम निरंतर आगे

13:31बढ़ना चाहिए मैं यह तो नहीं कह सकता 90 आए यार रे किसी दोस्त को 90 नहीं है 6 रहेंगे

13:38तो चल जाएगा तुम चिंता मत करो ऐसा नहीं कह सकता 90 है तो मैं कहूंगा 95 लाओ तुम्हारे

13:45और दोस्तों का क्या है उसके आधार पर थोड़ा सोचते हैं दूसरी बात है जहां तक जिम्मेवारी यह लीडरशिप का कर्तव्य है

13:55जी आज देश का दुर्भाग्य है कि दूसरे के सर

14:00पर ठिकरा फोड़ दिया जाता है नेता भाग जाते हैं चमड़ी बचाते हैं यह तो देश के लिए

14:06सबसे निराशा और दुख की बात है कम से कम एक इंसान है जो जिम्मेवारी लेने को तैयार है

14:14जो भागता नहीं है जो कहता है जी मैं यह कहता हूं मेरी जिम्मेवारी

14:20है और देश में राजनीतिक जीवन में हर दल में जिम्मेवारी लेने वाले लोग होने चाहिए

14:28ऐसे लोग नहीं होने चाहिए जो अपने साथियों पर ठिकरा फोड़ करके भाग जाए यह शोभा नहीं

14:34देता है जी प्रधानमंत्री जी जब 2014 का चुनाव हुआ उस वक्त देश में मनमोहन सिंह के

14:42खिलाफ कांग्रेस और यूपीए के खिलाफ बहुत गुस्सा था लोग बदलाव चाहते थे 2019 का चुनाव हुआ उससे पहले पुलवामा बालाकोट हुआ

14:48राष्ट्रीयता का भाव था देश भर में और लोग आपको एक और मौका देना चाहते थे इस बार विश्लेषक ऐसा कह रहे हैं कि क्या उस तरह

14:56का जोश और जजबा वोटर्स में है जो कि 2019 में था वोटिंग परसेंटेजेस थोड़ी सी कम हुई

15:01है वोटिंग परसेंटेज के डिक्लाइन को आप कैसे देखते हैं और क्या आपको लगता है कि वोटर्स में एक तरीके से उस तरह का एंथिया

15:10जम नहीं है जो कि 2014 और 2019 में था उसको आप कैसे स्टडी करते हैं ऐसा है कि कुछ लोगों की रोजी रोटी इस पर डिपेंडेंट

15:18है उनको खुद को रिलेवेंट रहने के लिए क्या करना होगा कुछ तो चीजें सगू परे छोड़ने पड़ते

15:25हैं वरना तो हवा बन यार तो जीता हुआ है चुनाव में क्या यार एडवर्टाइजमेंट भी नहीं मिलेगा कुछ बेकार हो

15:33जाएगा तो ये भी एक कारण मुझे याद है मैं गुजरात में पार्टी का काम करता था तो याने शायद

15:42वो होगा चुनाव और 95 पहले का कोई चुनाव होगा तो उसके पहले नगरपालिका के चुनाव आए

15:50हुए थे और नगरपालिका के चुनाव में हमारी यहां सिंबल पर नहीं लड़ा जाता

15:56था ज्यादातर इंडिपेंडेंट लड़ते थे लोग लेकिन भाजपा ने शुरू किया नहीं हम सिंबल

16:03पर लड़े लोगों को आदर डाल क्योंकि जिम्मेवारी तय हो लड़ते तो बीजेपी प भी

16:08कार्यकर्ता लड़ते थे इंडिपेंडेंट लड़ते थे तो हम पार्टी सिंबल पर लड़े हैं लेकिन

16:14स्वाभाविक से इंडिपेंडेंट ज्यादा जीते हमारा पहला दिल्ली से जो पत्रकार आते थेय

16:19फाइल लेके आते थे और चुनाव असेंबली का चुनाव था सवाल यहीं से शुरू करते थे अब यह

16:26भी तो असेंबली में हार गए थे चुनाव कैसे जीतो होगे अभी अभी तो मैंने कहा यार तुम

16:31लोगों के पास कोई काम नहीं है क्या कोई तो होमवर्क तो करो दोनों यह नगरपालिका का

16:37चुनाव कैसे होता है स्टडी तो करो वैसा ही है यह मतदान का मतदान का पॉलिटिकल पार्टी

16:46के परफॉर्मेंस वगैरे चीजों से जोड़ कर के देखने की बजाय यह देखना चाहिए कि लोकतंत्र में मतदान बड़ा

16:54महत्त्वपूर्ण है उदासीनता लोकतंत्र के लिए अ नहीं है

17:00हमारा नैरेटिव वो होना चाहिए ताकि देश के लोकतंत्र मजबूत हो उसके बजाय हम उसमें से रिजल्ट खोजने लगते हैं और वह भी तथ्य नहीं

17:08है तर्क है सिर्फ अब उन तर्कों के पीछे समय बर्बाद करके क्या करेंगे जी लोग मैं

17:15नीचे जमीन पर जाता हूं और मैंने कभी पहले क्लेम नहीं की है जी आपने देखा होगा मेरे

17:22खिलाफ शिकायत यह है कि मैं हार जीत के क्लेम नहीं करता रहता हूं इस बार भी मैंने

17:27क्लेम नहीं किया था उसम मैंने लोग बोल रहे थे 400 पार मैं खुद क्लेम नहीं करता था

17:34लेकिन मुझे पता तो चलता है हां मैं तैयारी करता हूं 100 दिन में क्या करूंगा पा साल

17:40में क्या करूंगा 20 47 का मैं करूंगा मुझे मालूम है यह जिम्मा मुझे निभाना है लेकिन

17:47आपके इस आत्मविश्वास को जोड़ दिया जाता है बहुत सारी और चीजों से भी संस्थाओं पर सवाल उठाए जाते हैं और विपक्षी दल जो आपके

17:53ऊपर एक बहुत संगीन आरोप लगाते हैं सरकार पर वो यह कि संस्थाओं को प्रभावित किया जा

17:58जाता और उसमें इलेक्शन कमीशन का नाम क्योंकि उस संस्था पर सबका जनता का भरोसा है इसीलिए मैं इस आरोप पर आपका जवाब चाहती

18:05हूं कि वोह कहते हैं पहले चरण का जब चुनाव हुआ तो मतदान के आंकड़े आने में 11 दिन क्यों लग गए क्यों उन आंकड़ों को छुपाया

18:12जा रहा है इस आरोप पर क्या कहेंगे बहुत अच्छा सवाल आपने पूछा और मैं कम से कम आज

18:18तक से अपेक्षा करता हूं और हो सकते तो इंडिया टुडे भी इंडिया

18:24टुडे आपका दोनों से

18:29कि जो इलेक्शन कमीशन ने एक चिट्ठी लिखी है उस चिट्ठी पर ही विद्वानों की डिबेट हो

18:38पॉलिटिन की नहीं जो एक्सपर्ट है जो इस विषय को जानते हैं उनकी डिबेट हो और उन्होंने सही किया

18:46गलत किया क्योंकि मैं इसी के लिए कोई कमेंट करूं ठीक नहीं है दूसरा इलेक्शन

18:52कमीशन ये जो इंस्टिट्यूट है करीब करब 50 60 साल तक

18:59सिंगल मेंबर रही है और मजा यह है इलेक्शन कमीशन से जो लोग

19:06निकले वह कभी गवर्नर बने कभी एमपी

19:11बने कभी पार्लियामेंट का चुनाव लड़ने गए अडवाणी जी के सामने मतलब उन्होंने कैसे

19:19लोगों को बिठाया था इसका उदाहरण है उस जमाने के जो इलेक्शन कमीशन जो रिटायर हुए

19:25जो बैठे हैं वे आज भी उसी पॉलिटिकल फिलोसोफी को प्रमोट करने

19:32वाले ट्वीट करते हैं ओपिनियन अपने देते हैं आर्टिकल लिखते हैं इसका मतलब अब जाकर

19:38के इलेक्शन कमीशन पूर्ण रूप से स्वतंत्र बना है और मैं चाहूंगा आज तक से और मुझे

19:45पक्का विश्वास है अभी नहीं तो कभी कभी आप लोग करेंगे कि भारत के इलेक्शन कमीशन के जो

19:52यात्रा है उस पर एनालिसिस हो मेरा दूसरा कहना

19:57है दुनिया में भारत के ब्रांडिंग के लिए जो हमारे पास अलग-अलग चीजें हैं जैसे मैं

20:05जब दुनिया को कहता हूं मेरे यहां 900 टीवी चैनल है वो टीवी चैनल मेरे साथ क्या करती मेरा

20:12मुद्दा नहीं है मैं दुनिया को बताता हूं यह मेरा देश है 900 टीवी चैनल तो सुन कर के चौक जाते उनको क्या 900 टीवी चैनल और

20:20मैं कहता हूं इतने लैंग्वेजेस में तो परेशान हो जाते है तो मेरे लिए 900 चैनल

20:26मुझे दिन रात क्या करते हैं वो अलग विषय है लेकिन 900 चन होहा मेरे देश की ताकत है तो

20:32मैं दुनिया के सामने बोले भारत का इलेक्शन कमीशन भारत की इलेक्शन प्रोसेस यह विश्व

20:41के लिए बहुत बड़ा अजूबा है यह हम सबका कर्तव्य है कि हमारे देश का ब्रांडिंग

20:47करें मैं तो चाहता हूं कि आप लोगों ने विश्व भर से अलग-अलग मीडिया हाउसेस को य

20:53इनवाइट करना चाहिए चुनाव में दो हेलीकॉप्टर उनके

21:02कुछ गलत नहीं है आपने अच्छा आईडिया दिया अगले बार के लिए बस सच बताऊ इससे आपका भी एक ग्लोबल बनेगा जैसे इस बार हमारे यहां

21:10कई पॉलिटिकल पार्टी के लोग आए दुनिया भर से कुछ ऑब्जर्वर के रूप में लोग आते हैं

21:17देखने के लिए आते हैं सचमुच में भारत का लोकतंत्र का उत्सव और भारत के सामान्य

21:23मानवी के लोकतंत्र के समज और कितना बड़ा मैनेजमेंट है जी

21:29लाखों लोग लगते हैं जी और समय सीमा ये अद्भुत काम है जी ये ये बहुत बड़ा मैं तो

21:36माता दुनिया की यूनिवर्सिटी केस स्टडी है और आपके अरुण पूरी जी पढ़ने के लिए गए उनको कहिए कि भारत के इलेक्शन प्रोसेस पर

21:43वहां की नकी यूनिवर्सिटी के स्टडी करें ये एक बहुत बड़ा अचीवमेंट है हिंदुस्तान का

21:49जी हमने गर्व करना चाहिए तो आपने आज तक हेलीकॉप्टर शॉट देखा कि नहीं देखा मैं समय

21:54नहीं मिला मुझे देखा नहीं लेकिन मुझे चिंता जरूर रहती थी कि क्योंकि इतनी आप थापी में अच्छे

22:00हेलीकॉप्टर मिलेंगे नहीं मिलेंगे आपको लैंडिंग करने के लिए मिलेगा नहीं मिलेगा और कोई वीआईपी मूवमेंट होगी तो आपको उड़ने

22:07की रुकावट हो जाएगी वेदर प्रॉब्लम होंगे यानी सरल नहीं है जी बड़ा कठिन है जी हम

22:15नैरेटिव की बात कर रहे थे सर जैसे जब भी आप चुनाव लड़ते हैं चाहे गुजरात में या यहां हर बार लोग यही कहते हैं अब आप हार

22:22रहे हैं फिर आप जीत कर आते हैं ज्यादा सीट जीत कर आते हैं जब से आपने यूनिफॉर्म

22:27सिविल कोर्ट के बारे में लोगों को को बताया और यह वादा किया अब उस पर भी एक दूसरा नैरेटिव है अब लोग कहते हैं कि यह

22:34वन नेशन वन ड्रेस हो जाएगी वन नेशन वन फूड हो जाएगा वन नेशन वन लैंग्वेज हो

22:40जाएगा और उसका एक आगे यह है कि अब वन नेशन वन लीडर हो जाएगा और हम उसी तरफ बढ़ रहे

22:47हैं क्या कभी आपको अवसर मिला है क्या कि ऐसा जो बोलते हैं उनको जरा काउंटर

22:53सवाल करें आप एकद बार तो कीजिए कि आप नैरेटिव लाए कहां

23:01से गंभीर बात बता रहे हैं उनको बताए कि आपने यूसीसी पढ़ा है क्या यूसीसी होता

23:07क्या यह तो कुछ तो आपकी भी तो जिम्मेवारी बनती है ना भाई मुझे जवाब देकर के देश को

23:14बताना आप भी तो थोड़ा होमवर्क कीजिए जिन

23:19लेकिन कम से कम इस देश के पास एग्जांपल है गोवा में यूसीसी

23:26है मुझे बता क्या गोवा के लोग एक ही प्रकार के कपड़े पहनते हैं क्या क्या गोवा

23:33के लोग एक ही प्रकार का खाना खाते हैं क्या क्या मजाक बना के रखा यूनिफॉर्म

23:38सिविल कोर्ट इसका इसका कोई लेना देना ही नहीं जी भारत की सुप्रीम कोर्ट ने कम से कम दो

23:45डजन बार कहा है कि इस देश में यूसीसी लाओ मुझे याद

23:52है कि मैं शायद एकता यात्रा में जब चला था

23:59कन्याकुमारी से कश्मीर जा रहा था और महाराष्ट्र में शायद औरंगाबाद मोस्ट

24:07प्रोबेबली हमारा जो रथ का शाम का जो कार्यक्रम था उसमें चिली का कोई बाजार

24:15है मिर्च का और डॉक्टर जोशी जी को उसकी एलर्जी

24:21है तो वो एकदम से बीमार हो गए यानी बड़ी हालत खराब हो गई उनकी अ ये भी ध्यान नहीं

24:29रहा कि वहां हम कार्यक्रम करें या ना करें तो फला मोर्चा मुझे संभालना पड़ा मैं तो

24:35बहुत जूनियर था तो फिर वहां मैं जा रहा था हमारा रथ एक स्कूल के

24:41बच्चे सब खड़े थे मैंने कहा रथ रोको नीचे बात करते हैं मैं बच्चों के साथ बात करने

24:46उसका वीडियो कहीं उपलब्ध होगा उस जमाने मैंने बच्चों को कहा भाई बताओ भाई

24:52आपके परिवार में पांच लोग हैं बड़े भाई के लिए आपकी माता पिता एक

24:59नियम कानून रखते हैं दूसरे भाई के लिए दूसरा नियम कानून रखते हैं तीसरे लिए तो

25:05आपका परिवार चलेगा क्या सब बच् नहीं नहीं ऐसा कैसे चल सकता है नहीं मैंने कहा ऐसा

25:12देश देश तो कहता है क्या है साब देने 10 सवाल पूछे उन बच्चों ने कहा यूनिफॉर्म से

25:19बिलकुल होना चाहिए और यह आठवी न के बच्चे थे जो मेरे देश के महाराष्ट्र के टियर टू

25:29टियर थ्री सिटी के बच्चे समझते हैं व देश के नेता नहीं समझते हैं तब मेरे मन में

25:34सवाल उठता है यह झूठे नैरेटिव और नैरेटिव को इंसान नहीं चलाता है माफ

25:43करना इस देश के मीडिया हाउस का गैर जिम्मेवार व्यवहार है ज ऐसे गलत नैरेटिव

25:49को बल देता है एक आदमी की क्या ताकत है जी बोलता रहेगा कौन कौन पूछेगा

25:56जी य देश का देश के लिए ये किसी पॉलिटिकल पार्टी का विषय नहीं है जी देश के संविधान

26:03में लिखा हुआ है जी कि भारत को उस दिशा में जाना चाहिए क्या उस समय के हमारे लोगों को यह

26:11था कि सबको गुलाब लगाना पड़ेगा इसलिए यूसीसी आने वाला था संविधान सभा में ये

26:17आया था नैरेटिव में अब देखिए जैसे ये एक नया चल पड़ा कि संविधान बदलने वाले हैं और

26:24यह अचानक से उन्होंने कहा और वो पिक कर गया पिक कर गया था तो मैं नहीं मानता

26:31हूं लेकिन इस देश में ऐसा भी झूठ चल सकता

26:37है सिर पैर नहीं कुछ नहीं जी या संविधान सवाल यह पूछना चाहिए चर्चा इस देश में

26:46सबसे पहले संविधान के साथ खिलवाड़ किसने किया पंडित नेहरू ने किया पहला संविधान

26:53में उन्होंने जो अमेंडमेंट लाए वो फ्रीडम ऑफ स्पीच को रिस्ट कर वाला

26:59ला यानी वह लोकतंत्र के भी खिलाफ था संविधान के भी खिलाफ था

27:05दूसरा उनकी बेटी लाई प्रधानमंत्री थी वो बेटी ने क्या किया कोर्ट ने जजमेंट दिया

27:13कि आप पार्लियामेंट मेंबर नहीं रह सकते तो कोर्ट के जजमेंट को उलट कर

27:19दिया देश में आंदोलन चला तो उन्होंने इमरजेंसी लगा कर के सारे अखबारों को बंद

27:26कर दिया इमरजेंसी का एक फाय हुआ अरुण पुरी को इंडिया टुडे का जन्म हुआ जो भी फायदा

27:32हुआ हुआ वो तो उनके रोजी रोटी का सवाल है उसी समय इंडिया टुडे जन्म

27:39हुआ उसके बाद उनके बेटे आए साहबान का जजमेंट आया उन्होने सुप्रीम

27:46कोर्ट के जजमेंट को उलट दिया वे संविधान को बदला उन्होंने फिर उन्होंने एक कानून

27:52लाए जो कानून था मीडिया पर रिस्ट्रिक्शन का देश भर में विपक्ष थोड़ा मजबूत हुआ था

28:00मीडिया भी वाइब्रेंट होने लगा था सब टूट पड़े कि हम फिर से इमरजेंसी नहीं आने

28:05देंगे डर करके मारे उनको फिर वो विड्रॉ करना पड़ा फिर उनके साथ बेटे

28:12आए तो रिमोट कंट्रोल से सरकार चल रही थी रिमोट कंट्रोल सरकार गई प्रधानमंत्री भी

28:19थे पद पर संविधान की कोक से सरकार बनी

28:24थी सरकार मुझे पसंद है नहीं पसंद नहीं चलता है वो भारत के लोकतंत्र के द्वारा

28:29संविधान की को से पैदा हुई सरकार थी संविधान की कोक से कैबिनेट बनी थी उस

28:36कैबिनेट ने एक निर्णय किया और एक शहजादा प्रेस कॉन्फ्रेंस बुला कर के कैबिनेट के

28:43निर्णय की धिया उड़ा देता है इतना ही नहीं कैबिनेट फिर अपने मुद्दे को रिवर्स कर

28:49देती है इसका मतलब यह हुआ कि एक ही परिवार के चार लोगों ने अलग अलग समय पर

28:58विधान की धज्जिया उड़ा दी है उन लोगों को संविधान के लिए इस प्रकार की गंदी हरकतें

29:06करने का जमाना चला गया और इसलिए मैं आज डंके की चोट पर लोगों को कहता हूं कि मोदी

29:13जिंदा है तब तक जो संविधान सभा की मूल भावना है कि धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं

29:22होगा मैं इसके लिए लड़ाई लडूंगा मेरी जान

29:28दूंगा मैं इसके लिए धर्म के आधार पर आरक्षण धर्म के आधार पर अने देश को बांट दिया एक बार अभी धर्म

29:36के आधार पर आप यह करोगे क्या सिर्फ अपना पद बना रहे चेयर

29:41मिलती रहे इसलिए य खेलते के रहोगे देश स्वीकार नहीं करेगा और मैं देश को एजुकेट

29:47करूंगा उसके लिए मैं अपना जीवन खपा हंगा मोदी जी इस चुनाव के दौरान और उससे पहले

29:53भी विपक्षी पार्टियां यह आरोप लगाती हैं कि लोकतंत्र हिंदुस्तान में खतर में वो

29:58कहती हैं कि जो डेमोक्रेटिक इंस्टीट्यूशंस है वो पहले से कमजोर हो गई यहां तक कि आप

30:04पर तानाशाही डिक्टेटर होने का भी आरोप लगता है इसको आप कैसे देखते हैं कि मतलब ये कहा जाता है कि लोग आपसे बहुत डरते हैं

30:10और खौफ उन इंस्टिट्यूशन का नाम बताइए जिसके कारण पता चले नहीं जैसे उनको लगता है कि सुप्रीम कोर्ट शायद कमजोर हो रहा है

30:17या फिर लेजिसलेच्योर

30:26बैकस्लाइडिंग हो रही है इसको आप कैसे देखते हैं बज पहली बा पहली बात ये

30:31है कि पार्लिमेंट के अंदर डिबेट करने के लिए बार-बार हम कह रहे

30:37हैं आइए लेकिन इनको लगता है कि हमारे पास कहने को

30:44कुछ है नहीं कहने वाले भी लोग नहीं है इनके जितने नए एमपी आए हैं ना वो आके मुझे

30:52कहता है कि साहब हमारे तो पा साल बर्बाद हो गए हम एक शब्द बोल नहीं हाउस

30:59में मैं अपोजिशन की बात कर रहा हूं मैंने कभी उनके नेताओं को कहा मैंने कहा आपको

31:06करना ऐसा करो एक घंटा आपके यंग जो फर्स्ट टाइम एमपी है उनको मुका दो फिर डिस्टर्ब

31:13करो बाद में करो डिस्टर्ब इनको जीवन पर यह सब मैं कह चुका हूं इनको मेरी कोशिश रही

31:20है कि ये लोग कुछ करें लेकिन दुर्भाग्य है कि कांग्रेस का यह

31:31परिवार उनके लिए लोकतंत्र मतलब उनका सत्ता में होना वे आज भी स्वीकार करने को तैयार नहीं

31:39है कि 10 2014 से इस देश में कोई दूसरी सरकार देश ने चुनी

31:45है कि कोई दूसरा प्रधानमंत्री है जो देश ने बनाया है मन से स्वीकार नहीं कर पा रहे

31:53और इसलिए व हर जगह उनका उनके

31:58के मुद्दे अगर आप इंप्लीमेंट कर रहे हैं तो भी उनको बुरा लग रहा है उनकी कही हुई

32:04बातें आज अगर आप इंप्लीमेंट कर रहे हैं उनको तो खुशी होनी चाहिए भाई यह तो हम कहते थे आप कर रहे हैं अच्छी बात है हमें

32:12मौका नहीं मिला प्रणव मुखर्जी कहते थे आपने की किताब में देखा होगा कि मेरे साथ

32:19जो उन्होंने काम किया कितना डेमोक्रेटिक वे में काम गा राष्ट्रपति के इंस्टिट्यूशन की कितनी प्रतिष्ठा हमने बढ़ाई है सुप्रीम

32:28कोर्ट मुझे बताइए ऊपर से लोग कहते हैं कि सरकार की तो सुप्रीम कोर्ट में कुछ चलती

32:34ही नहीं है हम पर तो आरोप यह है जी और उसमें

32:39हमारा हम लोग एबिलिटी के लिए क्वेश्चन किया जा रहा है इसका मतलब पहले कुछ एबल

32:46लोग थे जो जुडिशरी को मैनेज करते थे और व इंस्टिट्यूशन ठीक

32:51थी मैं मानता हूं मुझे क्यों मैनेज करना चाहिए कानून कानून का काम करेगा प्रधान

32:58मंत्री जी एक आरोप जांच एजेंसियों को लेकर आपकी सरकार पर लगता है विपक्ष चिल्लाता है ईडी सीबीआई इनकम टैक्स य सारे विभाग जो

33:06विपक्षी नेता है उन पर तो बहुत अग्रेसिव होकर आक्रमक तरीके से कारवाई करते हैं जेल में भी पहुंचाते हैं लेकिन जो एनडीए में

33:13शामिल हो जाते हैं विपक्ष के नेता उन पर सॉफ्ट हो जाता है इस आरोप ऐसा है कि ऐसा

33:19कर कर के उ मुद्दे को टाली मत यह तरीका है जैसे मैं कहता हूं कि

33:27परिवार पार्टी तो हमारे मीडिया के लोग मुझे सवाल क्या पूछते हैं कि राजनाथ सि का

33:33बेटा भी तो है दोनों में फर्क है जी हम मुद्दों को इस प्रकार से डायवर्ट

33:40करने की मदद मीडिया कम से कम इन लोगों को ना करें मेरा आग्रह रहेगा मैं ज परिवार वादी पार्टी कहता हूं

33:48उसका मतलब है कि पार्टी ऑफ द फैमिली बाय द

33:54फैमिली फॉर द फैमिली किसी के 10 लोग अगर पब्लिक लाइफ

33:59में आते तो बुरा है ऐसा मैं नहीं मानता हूं चार लोग अगर बढ़चढ़ करके आगे जाते तो बुरा नहीं मानता हूं लेकिन वह पार्टी नहीं

34:06चलाते हैं जी पार्टी निर्णय करती है वैसे ही ईडी जो कदम उठाती है वह कदम आप मुझे

34:16बता आज से 20 साल पहले खबर क्या रहती थी ब्लैक मार्केट

34:22पर सर्च हुई रेड हुई इतना चीजें पकड़ी गई इतनी चीनी पकड़ी

34:31गई अब वो खबरें आती है क्या नहीं आती है क्यों क्योंकि उस समय उस इंस्टिट्यूट ने

34:38जो भी काम किया जो कानून में बदलाव आया टैक्सेशन परिवर्तन आया तो ब्लैक मार्केट

34:44की दुनिया हिंदुस्तान के पब्लिक लाइफ में थिएटर में भी ब्लैक मार्केट वाला सुनने को मिलता नहीं है इसलिए नहीं कोई संसद में

34:51चला गया थिएटर में वो सुन नहीं मिलता है कि भाई ब्लैक मार्केट वाला हो वैसा ये चला

34:59गया भ्रष्टाचार भी जा सकता है क्यों अगर उसके पास जिसकी काम जिम्मेवारी है वो काम

35:05करे तो सचमुच में पूछना चाहिए कि 10 साल तक ईडी को इतना पगार दिया उने काम किया

35:12क्या भाई 2000 चार से 2014 काम क्यों नहीं किया उसकी ड्यूटी है मुझे बताइए रेलवे का

35:20टिकट चक्कर है वो टिकट चेक नहीं करेगा त रखने की क्या जरूरत है

35:25भाई उसी काम के लिए वो आप अगर मीडिया में है आप अगर मोदी का

35:32झंडा लेकर के भक्ति पूर्वक घूमते रहेंगे तो आपको कौन आज तक बला रखेगा कल निकाल देगा वो आपका काम है 10 चीजें खोज के लाइए

35:40जो ठीक लगे उसको दुनिया के सामने ले जाइए आपका काम है और करते हैं आप लोग वैसे ही ईडी का काम है वह करें आंकड़े

35:49क्या कह रहे हैं 2 च से

35:5414 व्यवस्था तो यही थी कानून वही था मैंने कानून नहीं ब मैंने ईडी बनाई नहीं है

35:59उन्होंने बिल्कुल निकम्मा पन किया कोई काम किया नहीं सिर्फ 44 लाख र 35 लाख 3 लाख

36:06जप्त किया 10 साल में हम तो विपक्ष में थे

36:12किसने रोका था भाई मेरी सरकार ने 00 करोड़ रुपया पकड़ा

36:18है नोटों के ढेर आपके टीवी वालों ने दिखाए हैं जी बंगाल झारखंड उस ईडी को उस ईडी को

36:25आप कैसे बदनाम कर सकते हो जी एमपी के घर से मिले हैं पैसे आप कैसे इंकार कर सकते

36:31हो मुझे बताइए कहीं ड्रग्स है अगर ड्रग्स

36:36की बहुत बड़ी मैं खेप पकड़ लेता हूं तो आप तारीफ करेंगे कि नहीं करेंगे ईडी अगर पकड़ता है तो उसकी तारीफ

36:44नहीं उसको गुनहगार यह क्या तरीका है क्यों क्योंकि वो राजनेता य से पकड़ा गया पर आप

36:49चाहते हैं कि सब पर बराबरी से हो कि अगर एनडीए हो बीजेपी हो कोई भी कोई भी

36:54रिस्पेक्टिव ऑफ एनी बैकग्राउंड यही होना चाहिए मेरी लड़ाई भ्रष्टाचार के

37:02खिलाफ है देश में से भ्रष्टाचार खत्म होना चाहिए

37:08और यह यह देश का बहुत विनाश कर रहा है जी बहुत विनाश कर रहा है मोदी जी कुछ ऐसी

37:15पार्टियां भी आजकल दिखती हैं जैसे उड़ीसा आंध्र प्रदेश हम देखें बहुत शिद्दत से

37:22चुनाव लड़ते हैं आप लोग विधानसभा चुनाव हो लोकसभा चुनाव हो बीजेडी वाईएसआर कांग्रेस सब भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ लड़ेंगे

37:30लेकिन जब संसद में कोई ऐसा काम होता है जहां पर आप लोगों को जरूरत होती है कोई ऐसा विधेयक रहता है आप लोगों के साथ खड़े

37:38रहते हैं यह मित्र और दुश्मन वाला कैसा रिश्ता है क्या वोटर कंफ्यूज नहीं मैं हमेशा कहता

37:45हूं चुनाव तीन या चार महीने के लिए होना चाहिए पाच साल राजनीति नहीं होनी

37:53चाहिए हमने चार साढ़े साल मिल बैठक के जहां भी निकट आसे हैं आकर के देश चलाना

38:02चाहिए छ महीने चुनाव है लड़ लो पूरी ताकत से लट लो लेकिन अब आपने देखा होगा

38:10फ्रेंडली मैच होते हैं खेलकूद में खेलकूद में लेकिन जब

38:15एक्चुअली मैच होता है तब आमने सामने हार जीत की लड़ाई होती

38:20है अब अब हम पहले तो टेस्ट मैच होती थी

38:25उसके पहले तीन दिन की एक फनली मैच का वो तीन दिन का रहता था त कि खिलाड़ी को जानते

38:31वगैरे खेलकूद में तब स्पोर्ट्समैन स्पिरिट शब्द पैदा हुआ है जी राजनीति में भी मेरा

38:37मत है चार साढ़े साल मुद्दों के आधार पर देश हित में हम लोगों ने चलना चाहिए तो आप

38:43थर्ड टर्म में कमिट कर रहे हैं वन नेशन वन इलेक्शन स ऐसा है कि वन नेशन वन इलेक्शन य

38:50मेरा मेरा पहले से मेरी पार्टी का मत रहा है और यह कोई भीम नहीं है आप देखिए क्या

38:57हालत है मैं हैरान हूं मैं इस समय बोलू कि ना बोलू टीवी के सामने न मुझे बड़ा दर्द

39:03होता है कि जब एक राज्य का चुनाव हो रहा है और देश का

39:10प्रधानमंत्री उस राज्य में जाकर के किसी भी दल का उस मुख्यमंत्री के खिलाफ भाषण कर

39:16रहा है देश कैसे चलेगा जी अब मेरी मजबूरी है कि मुझे उस राज्य

39:23में जाकर के बोलना पड़ रहा है पॉलिटिकल कंपल्शन है अच्छा होगा एक साथ

39:31चुनाव है तो जो भी बोलना है सब लोग बोल लेंगे उसमें से फ जो भी अमृत निकलेगा निकल

39:38करके आगे बढ़ेंगे फिर लॉजिस्टिक खर्चा कितना होता मैं जब गुजरात में था तो यह

39:44इवन मनमोहन सिंह जी के सरकार उनके समय इलेक्शन कमीशन सबसे ज्यादा अफसर मेरे यहां

39:50से उठा के ले जाते थे ऑब्जर्वर के रूप में 70 80 मेरे अफसर चले जाते थे और साल में

39:58करीब करब 100 दिन किसी किसी चुनाव में लगे रहते थे मैं कहता मेरा राज्य इतना एक्टिव

40:06राज्य है में 80 लोग चले जाते मैं करूंगा कैसे यह बंद करो आप मैं ऑब्जर्वर नहीं

40:12दूंगा तो उनका कानून ऐसा है मुझे देना पड़ता था यह हर राज्य की मुसीबत होगी इतने

40:19ऑब्जर्वर जाते हैं अच्छा फिर आचार सहीता 45 दिन तक सबको वैकेशन मिल जाता है सब मौज

40:27करते हैं छह सात में मोस्ट देश इतना बड़ा देश रुक जाए कैसे रुक

40:35सकता है इतने बड़े देश में बहुत बड़ा संकट है पहले भी हमारे देश में वन नेशन वन इलेक्शन

40:41नहीं था जी यह 67 के बाद आया तो अभी कमीशन में बिठाया कमीशन की रिपोर्ट आई है

40:48रिपोर्ट का स्टडी कर रहे हैं स्टडी कर कर के उसमें एक्शनेबल पॉइंट आएंगे हमारा

40:53कमिटमेंट है कमिटमेंट पॉलिटिकल कमिटमेंट नहीं है जी देश के लिए बहुत जरूरी है

41:00यह रोजगार बनाम लाभार्थी एक बहस यह भी देश में छिड़ी हुई है विपक्ष का यह कहना है

41:06कांग्रेस पार्टी जो अपना न्याय पत्र लेकर आई है कि 30 लाख नौकरियां देंगे एक लाख हम

41:11शिक्षित युवाओं को देंगे आपका फोकस लाभार्थियों पर रहता है अब वह कह रहे हैं कि हम ज्यादा अग्रेसिव आक्रमक तरीके से

41:18बेरोजगारी के मुद्दे को डील कर रहे हैं यह कांग्रेस का दावा है बनाम बीजेपी बनाम

41:24प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस पर आप अगर ईमानदार है जहां उनकी सरकारें हैं वहां

41:32उनके मुंह पर ताला क्यों लग जाता है वहां क्यों नहीं बोलते दूसरा अगर सरकार का

41:38रोजगार का जिम्मा है तो जैसे भारत सरकार का है वैसे राज्य सरकार का है वैसा

41:44स्थानीय स्वराज्य संस्था का सबका जिम्मा है तो मेरे हिस्से में तो बहुत कम जिम्मेवारी आएगी

41:50फिर भी आप अगर वादा पूरे करने की बात कर अभी अभी

41:57मेरे हिसाब से रोजगार के जो रिकॉर्ड आए हैं कल कल ही

42:04केने एक रिपोर्ट दिया है 10 साल में जो माइक्रो फाइनेंस हुआ है इस माइक्रो

42:11फाइनेंस के कारण जो रोजगार उपलब्ध हुआ है क्या उसको आप रोजगार नहीं मानेंगे

42:17केंद्र की 10 12 जो योजना ऐसी है जिसके आधार पर उन्होंने एनालिसिस किया कि एक घर

42:25बनता है तो कितने पर्सन आवर्स रोजगार मिलता होगा पहले मैन अवर्स कहते थे अब

42:33जेंडर न्यूट्रल दुनिया हो गई तो पर्सन ववर बोलते हैं तो पहते हैं कि 5 करोड़

42:40पर्सन यर ली उनका हुआ है यानी अपने नौकरी

42:46जनरेट हुई है अभ आंकड़ा बहुत बड़ा है जी इसके हिसाब से देखें तो सारे अब मुझे कोई

42:55बताए कि पहले अगर 100 किलोमीटर रोड बनता था आज अगर 200 किलोमीटर बनता है तो मैन

43:03पावर लगा होगा कि नहीं लगा होगा या तो पर्सन पावर लगा होगा या नहीं लगा होगा पहले इलेक्ट्रिफिकेशन इतना होता था आज

43:11इतना होता है पहले इतने एयरपोर्ट थे आज इतने एयरपोर्ट बने हैं 4 करोड़ गरीबों के

43:17घर बने हैं 11 करोड़ टॉयलेट बने

43:22हैं 5जी दुनिया में सबसे तेज गति

43:27से रोल आउट हुआ इसके लिए इंफ्रास्ट्रक्चर लगता है ऐसा नहीं ब जाता कि फजी टावर लगते

43:35हैं उसके लिए छोटी-छोटी चीजें बनाने वाले लगते हैं इसका मतलब कि इन सारी चीजों को

43:40जोड़े गए पीएलएफएस का आंकड़ा तो बिल्कुल हकीकत के आधार पर 6 सा साल में 6 करोड़ नए

43:47जॉब यह आपको ऑन रिकॉर्ड मिल रहे हैं ईपीएफ हो 10 साल में कवर होने वाले लोगों में

43:55167 65 7

44:01इतना बढ़ोतरी हुई है अब इसको मानेंगे कि नहीं मानेंगे जी यानी इंफ्रास्ट्रक्चर

44:07मुद्रा लोन मुद्रा लोन करीब 43 करोड़ लोन

44:13अलग अलग कुछ लोग रिपीट होंगे उसमें 70 पर वह है जो पहली

44:21बार रोजगार कर रहे हैं अब एक आदमी किसी एक को तो रोजगार देता होगा कुछ कारोबार चला

44:28एक को तो देता होगा यह सब ऐसी हवाबाजी थोड़ी होती है मैंने पह हमारे देश में तो मुसीबत यह

44:35है कि रिक्रूटमेंट की प्रोसेस इतनी कठिन है कि एडवरटाइजमेंट निकलेगा डिपार्टमेंट

44:42मांगेगा फाइनेंस यानी उसकी प्रक्रिया किसी व्यक्ति तक पता चले कि नौकरी आने वाली है उसके

44:49पहले एक साल लग जाता है मैंने इसको इतना छोटा कर दिया है आज ढाई तीन महीने में फनल

44:57हो जाता है तुम्हारे नौकरी भर्ती करनी है ढाई तीन महीने में पूरा करो प्रक्रिया

45:03इतना सारा मैंने रिफॉर्म किया है लेकिन रोजगार एक ऐसा विषय है कि जिसमें हाथ पैर

45:08है ही नहीं बोले जा सकते हो कुछ भी बोले जा सकते हो कुछ लोग होते हैं अब जैसे आप है आपके

45:17पास यहां काम है लेकिन मन में रखा है कि नहीं मैं तो चीफ एडिटर होना चाहिए तो उसके

45:23हिसाब से व बेरोजगार है क्योंकि चीफ एडिटर नहीं है यह भी एक बहुत बड़ा रहता है प्रधानमंत्री

45:30जी हाल ही में अंतरराष्ट्रीय अर्थशास्त्रियों की एक रिपोर्ट आई थॉमस पिकेटी की जिसमें उन्होंने कहा कि भारत

45:37में इनकम इन इक्वलिटी बढ़ रही है यानी कि जो लोग अमीर है वह और अमीर होते जा रहे

45:42हैं जो गरीब हैं व और गरीब होते जा रहे हैं कि भारत की इकोनॉमिक ग्रोथ इस वक्त के शेप है कि ऊपर लोग अमीर हो रहे हैं और

45:48नीचे लोग गरीब हो रहे हैं आप इसको कैसे देखते हैं जो इनकम इनिक्वालिटी का विषय है तो क्या सब के सब गरीब होने चाहिए नहीं

45:55नहीं ज्यादा ज्यादा होने सब के सब गरीब होने चाहिए एक तो उपाय य है

46:01कि कोई कोई डिफरेंस ही नहीं रहेगा बिल्कुल सब समान है इस देश में पहले ऐसा

46:08था अब आप कहते नहीं सब अमीर होनी चाहिए तो धीरे धीरे होंगे रातो रात एक साथ सब यहां

46:14है तो सब सब यहां आएंगे थोड़े य आएंगे वो नीचे वालो केप लाएंगे थोड़े ऊपर आएंगे वो

46:20लाएंगे थोड़े और ऊपर आएंगे उनको लाएंगे एक प्रोसेस होती है और इसलिए या तो हम तय

46:28करें कि हम सब गरीब रहना चाहते हैं हमें कोई जरूरत नहीं है अग हर एक को भाई रप

46:34मिलेगा गुजारा करना है तो करो एक तो यह रास्ता है दूसरा रास्ता है हम कोशिश करें

46:40आगे बढ़ने की आज 10 आगे बढ़ेंगे कल 100 बढ़ेंगे फिर परसों 500 बढ़ेंगे हो रहा है

46:48आप पहले स्टार्ट अप हमारे देश में कुछ सैकड़ों थे आज सवा लाख स्टार्ट है

46:57प्रगति हो रही है पहले हवाई जहाज में बैठने वालों की संख्या इतनी थी आज 1000 नए

47:03हवाई जहाज का ऑर्डर बुक करना पड़ा है 1000 नए आज हिंदुस्तान में सरकार के और

47:10प्राइवेट गिने तो करीब 600 या 700 वाई जहाज है नए 1000 है हवाई जहाज मतलब कि

47:17प्रोस्पेरिटी बड़ी है आज मुझे बताइए बद्रीनाथ केदारनाथ वगैरे यात्राएं लोग जा

47:23रहे हैं वो पैसे कहां से लाते हैं जी कोई तो खर्चा पैसा हो गया तो खर्चा करता वो

47:30संख्या करोड़ों में पहुंच गई है विदेशों में लोग शादी के लिए विदेश में

47:36जा रहे हैं अगर पांच ही अमीर लोग होते तो इतनी शादिया विदेशों में कैसे करवाते भारत

47:42के लोग और इसलिए मैंने तो कहाई वेड इन इंडिया क प्रोस्पेरिटी आ रही तो लोगों को

47:48लगता है य जाएंगे उनको लगता है उसने चेन्नई देखा नहीं और कहता मुझे सिंगापुर

47:54देखना है तो येय हम हमें स्थितियां को सही तरीके से

48:00देखना चाहिए आपके डर के मारे बहुत लोग इंडिया में शादी कर रहे हैं मोदी जी को रिपोर्ट चली गई कि शादी विदेश हुई डर के

48:08कारण कर रहे हैं वो मीडिया का वर्जन स्वाभाविक है लेकिन रियलिटी य है कि मुझे

48:14कई लोग चिट्ठी लिख के कह रहे हैं मैंने बुक किया था मेरा खर्चा हुआ है लेकिन कभी

48:19ये सोचा नहीं था कि इसका यह भी मीनिंग होता है और बोले मैंने तो लिया मैं हिंदुस्तान में श ये छोटी-छोटी जगह बड़ी

48:25अच्छी है कमीर शादी करने के लिए डेस्टिनेशन वेडिंग कश्मीर में हो रही है जी मैं बताता हूं जी आज मेरे यहां

48:33बद्रीनाथ केदारनाथ में उनकी बड़ी इनकम हो गई पहले रिलीजियस टूरिजम था इंफ्रास्ट्रक्चर तो था अब उन्होंने वेडिंग

48:40के लिए उसके साथ थोड़ी फैसिलिटी बढ़ाई तो ऑफ सीजन में उनको वेडिंग का काम मिल जा रहा है राहुल ने सर जो ये अमीरी गरीबी की

48:48बात की कौन राहुल हमारे वाले राहुल तो वो आपके वाले

48:55नहीं है सर फॉर्म में है एकदम हा सर एकदम फॉर्म में है लेकिन मैं दूसरे वाले राहुल

49:00की भी बात करता हूं अब दूसरे वाले राहुल जो हैं वो सर आपकी जो छवि है वो है गरीबों

49:05के मसीहा की छवि हमने देखा महिलाएं कैसे रोने लगती हैं जब आप जाते हैं गरीब महिलाएं कितना एसोसिएट करती हैं आपकी जो

49:12योजनाएं भी है वो सब 25 करोड़ लोगों को आपने गरीबी रेखा से बाहर उता है लेकिन जो

49:18आरोप दूसरे वाले राहुल लगा रहे हैं आपके ऊपर वो है कि आपकी बड़े-बड़े उद्योगपतियों से दोस्ती है 5 साल से आपकी छवि पर एक

49:26स्टकर चिपकाने की कोशिश की जा रही है और वो स्टिकर है कि अडानी अंबानी के साथ

49:31दोस्ती इस पर आप कैसे और ये बिल्कुल ब्लैक और वाइट की तरह है कि आप कहां काम कहां कर

49:36देखि इस परिवार का प्रॉब्लम यह है ये बोझ में दबा हुआ परिवार

49:44है नेहरू जी को गालियां पड़ती थी बिल्ला टाटा की सरकार बिल्ला टाटा की सरकार

49:50पार्लिमेंट में देख लेंगे तो टाटा बिल्ला सरकार टाटा बिला नेहरू जी लगातार सुनते आए

49:55थे अब इस परिवार के प्रॉब्लम यह है कि

50:01जो गाली मेरे नाना को पड़ी वो मोदी को पढ़नी चाहिए तो वो सब चीज वो रफेल क्यों

50:09लाए मुदा रफेल नहीं था उनको लगता था रफेल करूंगा तो बफर्स का पाप धोए तो इसलिए वो

50:16ला साइकोलॉजिकल प्रॉब्लम है इस चुनाव में इतना जोर इतनी मेहनत पहले कभी नहीं की

50:21क्यों कर रहे उनको लगता है अगर मोदी तीसरी बार हो गया तो मेरे पिताजी की को इज्जत

50:27नहीं रहेगी मेरी नानी की दादी की इज्जत नहीं रहेगी यह तो नेहरू के बराबर हो जाएगा

50:32वो हर चीज उसी से कंपेरिजन करते हैं और इसलिए गालियां यह सब उन्होंने कहीं से

50:39उधारी ली हुई गालिया है जो अब दूसरा बात मैं लाल किले पर से

50:45बोलता हूं जी मैं शर्माता नहीं हूं मैं लाल किले से बोलता हूं इस देश में वेल्थ

50:52क्रिएटर्स की इज्जत होनी चाहिए बब मेरे दे देश में जो सक्षम लोग हैं जो सामर्थ मान

51:00लोग हैं इनकी प्रतिष्ठा बढ़नी चाहिए मैं मेरे 15 अगस्त के जो गेस्टलिस्ट होता है

51:07उसमें मैं खिलाड़ी जो अचीवर्स है उनको बिठा हूं अगर देश अचीवर्स की पूजा नहीं

51:13करेगा देश चीवर्स का महात्मा ही नहीं करेगा तो मेरे देश में पीएचडी करने वाले

51:19लोग कहां से निकलेंगे साइंटिस्ट कहां से निकलेंगे जीवन के हर क्षेत्र में अचीवर्स की इज्जत होनी चाहिए भाई अगर कल आज तक

51:27ग्लोबल चैनल बनता है मैं सबसे पहला हूं साब ताली बजाऊंगा जी मुझे मालूम है आज तक

51:34मेरे साथ क्या जुल्म करता है लेकिन मैं उसकी ताली बजाऊंगा क्य मेरे देश की आज तक

51:40ग्लोबल हुआ मुझे तो दुख है जी कि

51:45सीएनएन बीबीसी आजादी के 75 साल होए मेरी एक

51:50ग्लोबल च अल जजीरा रातो रात आए और ग्लोबल चैनल बन जाए अब कोई कहेगा तुम तो अरुण

51:57पुरी बड़े धनपति की मदद कर रहे हो मैं धनपति की मदद नहीं कर रहा हूं मेरे देश का गर्व है मेरे देश की मल्टीनेशनल कंपनिया

52:05क्यों नहीं होनी चाहिए भाई दुनिया में मेरे देश की कंपनियों की दुकाने क्यों नहीं होनी चाहिए दुनिया के लोग नकर रोजगार

52:12के लिए मेरे देश के शर्माते क्या है भाई हां बेईमानी की है तो फांसी पर लटका दो

52:19गलत तरीके से दिया तो फांसी पर लड़का तो लेकिन मैं मेरे देश में वेल्थ क्रिएटर की इज्जत करूंगा मेरे देश के उज्जवल भविष्य

52:27के लिए जितना मैं पूज्य भाव से मेरे श्रमिक के पसीने की चिंता करता हूं उतने

52:34ही भाज भाव से मैं पूंजीपति के पैसों का भी महत्व समझता य बहुत बड़ी बात है मेरे लिए पूंजीपति का पैसा

52:41हो मैनेजमेंट करने वालों का दिमाग हो परिश्रम करने वाले का पसीना हो य तीनों को

52:48एक परिवार के रूप में मैं देखता हूं तब जाकर के विकास होता है पर ये पैसों की बात आपने की है तो मुझे आपकी एक रैली की एक

52:54बात याद आती है कि जब ईडी ऐसे नोटों का अंबार बरामद करते जाता है तो मैंने शत

53:00पत्र किया इस मुद्दे पर कि ये ईडी जो जबत करता है पैसा वो पैसे जाते कहां है और

53:05बड़ा दुख हुआ जानकर कि जब तक मामला चलेगा वह जब्त रहेगा आपने कहा कि यह जो पैसे

53:11भ्रष्टाचारियों से लिए जाएंगे वह आम लोगों तक पहुंचाए जाएंगे वापस लौटाए जाएंगे यह

53:17कैसे संभव आपने बहुत बहुत मार्मिक चीज पूछी है और मैं मानता अच्छा होगा आज तक के

53:22लोगों के इसके बहाने दर्शकों को भी मदद मिलेगी मैंने एक दो प्रकार के भ्रष्टाचार

53:29है एक जो बड़े बड़े कारोबार में करते जिसमें लेने वाला भी कुछ बताता नहीं देने

53:35वाला भी नहीं बताता यह मुसीबत है लेकिन ज्यादातर निर्दोष लोग है जैसे बंगाल में

53:44शिक्षकों की भर्ती में पैसे गए तो पता है कि इस आदमी को नौकरी मिली उसके पास

53:51सर्टिफिकेट कुछ नहीं है और उसने बेचारे ने यहां से कर्ज लिया या अपनी जमीन ग रखी या

53:57घर गिर भी रखा और उसम से इतना पैसा दिया तो ट्रेल है तो अभी हमने काफी पैसे जबत किए

54:07हैं टोटल प्रॉपर्टी कोई हमने सवा लाख करोड़ की जबत की है जी बहुत बड़ी अमाउंट

54:12सवा लाख करोड़ सवा लाख करोड़ रुप तो मैं इस पैसों कोको जैसे केरल में साब

54:19कम्युनिस्ट पार्टी एक ऐसा रैकेट चलाती है यह बड़े ईमानदारी का ठेका लेक के घूम रहे

54:26कोऑपरेटिव नेटवर्क कोऑपरेटिव में गरीबों के पैसे ज्यादातर नौकरी पेशे वालों के

54:32पैसे हैं और आदमी फ फिक्स डिपॉजिट में पैसे देता है रखता है भाई कि बेटी बड़ी होगी तो शादी के लिए काम आएंगे बेटा बड़ा

54:40होगा कमरा बड़ा ऐसे ऐसे लोग होते हैं जी इन्होंने क्या कि इन पैसों को अपने निजी

54:46बिजनेस पार्टनरशिप के नाम पर बांट दिए और हजारों करोड़ का गपला उन्होंने किया है

54:53बैंकों में कोऑपरेटिव बैंको में आपके जैसे वो केरल फाइल को लेकर के तो आप लोग डरते

55:00हैं लेकिन इसमें काम कर सकते हैं साहब अब उसमें ट्रेल है कि पैसा इसने

55:06रखा और इसका डूबा अब हम प्रॉपर्टी जबत कर ग है मैं चाहता हूं मैं उस प्रॉपर्टी से

55:13कैश है कैश से और जो संपत्ति है उसको ऑक्शन करके वो पैसे मैं कैसे लटा हूं अब

55:19तक मैं 1000 करोड़ रुप लौट आ चुका हूं 1000 करोड़ रुप

55:27जो जिसका ट्रेल मिला अब लालू जी ने रेलवे

55:32मिनिस्टर थे साहब गरीब लोगों को जॉब देने के बदले में जमीन लिखवा ली है तो ट्रेल

55:38मिल रहा है अब वो बेचारा डर के मारे एफिट देने को तैयार नहीं है लेकिन ट्रेल मिल रहा कि इसकी जमीन गई इस तारीख को गई इस

55:45तारीख को नौकरी मिली अब हमने जप्त किया है हम उसका ऑक्सन करके उस गरीब को जमीन वापस

55:51करने के लिए मैं सोच रहा हूं तो मैं दिमाग काफी लगा रहा हूं इसमें

55:58क्योंकि यह मेरा मुझे मन से फील हो रहा है कि ये गरीबों का पैसा है यह लोगों ने अपनी

56:05पद का उ दुरुपयोग करके लूटा है इनको मिलना चाहिए कानूनी बदलाव करने

56:11पड़ेंगे कानूनी बदलाव करना पड़ेगा तो व करूंगा मैं अभी सब मैंने लीगल टीम की मदद ले रहा हूं मैं क्योंकि जुडिशरी के लोगों

56:19से मैंने कहा मैंने कुछ रास्ता बताओ मुझे रुपए पड़े रखने से क्या मतलब है मेरा वैसे

56:25हमने जो संहिता नई लाए हैं उसमें कुछ सुविधाएं हम लाए हैं और वह कानून एक तो

56:31ऐसा बना मेरे यहां भावनगर में जब मैं मुख्यमंत्री

56:37था तो वह काला गुड़ होता है वह पकड़ा गया बहुत बड़ी मात्रा में तो मतलब ये काला गुण

56:44मतलब शराब गैर कानूनी शराब बनाने के उपयोग होगा अब पुलिस थाने में रखा बारिश आई भीग

56:51गया तो मच्छर मक्खी इतना ढेर हो गया उस रास्ते से गुजरना मुश्किल हो गया अब कानून

56:58ये कहता है इसको आप डिस्पोज अप नहीं कर सकते तब से मेरे उ में था कानून बदलना

57:04चाहिए पुलिस थाने में गाड़िया भी पड़ी रहती है ढेरों गाड़िया पड़ तो ये मैं जो नया न्याय संहित आई है उसमें सारे

57:10सोल्यूशन हम लाए हैं सर आपके 10 साल का ट्रैक रिकॉर्ड ये कहता है कि लाभार्थियों

57:15को चकि आपने अभी बात की कि अगर किसी ने रिश्वत में जमीन दी है तो हम काम करेंगे कि उसको वापस मिले लाभार्थियों का आपका एक

57:22बहुत लंबा चौड़ा स्कीम चल रहा है लाभार्थियों को जब मिलता है फायदा तो हिंदू है मुस्लिम है

57:29किस समुदाय का है कोई नहीं देखता है तो एक सेकुलर एडमिनिस्ट्रेशन यानी धर्म निरपेक्ष

57:34शासन देश में है लेकिन अगर ऐसा है तो फिर

57:39चुनावी रैलियों में मंगल सूत्र घुसपैठिया ज्यादा बच्चे इन शब्दों को लाने की क्या

57:46जरूरत है यह विपक्ष बार-बार आपको इसी मुद्दे पर घरता है विपक्ष का कहना है कि

57:51आप जो चुनावी कैंपेन करते हैं उसमें आप हिंदू मुस्लिम ये बहुत ही अच्छा सवाल पूछा

57:57आपने मैं ठीक से बताना चाहता हूं दर्शकों को होता क्या है

58:03जी आपने पूरी तरह सांप्रदायिक एजेंडा पर

58:09चले और मैंने उसको एक्सपोज किया मैंने उसकी धज्जिया उड़ाई मैंने उस

58:18पर आरोप लगाए तो जो मूल बात थी उसको उनकी इकोसिस्टम हटा देती

58:25है और आप लोग भी उस इको सिस्टम के इतने प्रेशर में जीते हैं आप भी फिर उसको हाथ

58:30नहीं लगाते हैं फिर आप मेरी बात को लेकर के चलाते हैं तो आपको लगता है मैं मुसलमान मुसलमान बो बात यह नहीं है जी मुद्दा यह

58:38है उन्होंने अपने मेनिफेस्टो में लिखा है कि अब वो कांट्रैक्ट सिस्टम में भी

58:45माइनॉरिटी को लाएंगे ठेका माइनॉरिटी को दिया जाएगा अगर मैं उस ठेके का विरोध करता

58:52हुए पद्धति का विरोध करता हूं वो मैं सेकुलरिज्म कर रहा हूं लेकिन चूंकि मुझे उसमें माइनॉरिटी शब्द बोलना पड़ता है

58:59चूंकि मुझे उसमें मुसलमान शब्द बोलना पड़ता है चूंकि मुझे उसम अल्पसंख्यक बोलना पड़ता है तो आप मीनिंग निकालते हैं कि मैं

59:07कुछ हमला उन पर कर रहा हूं मैं उन पर हमला नहीं कर रहा हूं मैं उन पर कर रहा हूं जो पॉलिटिकल पार्टियां है जो भारत के

59:14सेकुलरिज्म की धज्जिया उड़ा रही है जो अपीज मेंट का पॉलिटिक्स कर रही है देश के

59:20संविधान की भावनाओं को नष्ट कर रही है और मेरे पास सबूत है कि मैं नहीं करता हूं

59:26क्यों मैं कहता हूं 100% सैचुरेशन अगर मान लीजिए एक गांव में 700 लोग रहते

59:34हैं फलानी स्कीम के 100 लाभारी है हकदार है तो मेरा होता है उन 100 को मिलना चाहिए

59:42फिर इस जाति का उस जाति का नहीं हां हो सकता है किसी को सोमवार को मिलेगा किसी को

59:48बुधवार को मिलेगा किसी को जनवरी को मिलेगा किसी को जुलाई में मिलेगा लेकिन हकदार

59:54जितने सबको मिलना चाहिए तो गवर्नेंस में डिस्क्रिमिनेशन नहीं होना चाहिए सेकुलम

1:00:01होना चाहिए आज पूरी डिबेट देखिए हमारी तरफ से हमने ना कहीं हिंदू मुसलमान किया है

1:00:08उनके मेनिफेस्टो को समझाने के लिए को हम समझा रहे ऐसा अब उसमें हम संकोच नहीं

1:00:14करते हम संकोच होकर के मुसलमान बोलेंगे तो पता नहीं हम पर थप्पा लग जाएगा ना बोले

1:00:22मैं मुसलमानों को समझा रहा हूं य तुम्ह मुर्ख बना रहे भाई साल से मुरख बना रहे तुम क्यों मुरख बन रहे हो और मैं

1:00:29बुद्धिमान मुसलमानों को कहता हूं जरा समझो भाई क्या मिला

1:00:34तुम्हें अच्छा धर्म के आधार पर उन्होंने देश तो ले लिया क्या वह देश मदरसा से चल जाएगा क्या

1:00:43क्या उनको एडमिनिस्ट्रेटर नहीं चाहिए क्या उनको डॉक्टर नहीं चाहिए उनको इंजीनियर नहीं चाहिए डॉक्टर है तो आपको स्टेट उसको

1:00:50उठाना पड़ेगा जी आप इंजीनियर है तो आपको हाथ में कुछ कागज पहन लेनी पड़ेगी जी मैं

1:00:56मुसलमानों को यही कह रहा हूं जी वो सुन रहे हैं वो वोट कर रहे हैं बीजेपी के लिए आपको ऐसा लगता है पहला येय

1:01:04वोट के लिए जो करने वाली आदत है ना देश में यह खत्म होनी चाहिए सब कुछ वोट के लिए करोगे क्या देश

1:01:11के लिए कुछ नहीं करोगे सत्ता पाने के लिए करोगे मैं इसका गोर विरोधी हूं मैं जो

1:01:17करूंगा वह देश के लिए करूंगा वोट तो बाय प्रोडक्ट होता है वोट के लिए देश को डुबो नहीं सकते और

1:01:25मुझे सत्ता नहीं चाहिए जो मेरा देश को बर्बाद करे ऐसी सत्ता मुझे मंजूर नहीं है

1:01:31तो आपने कहा कभी हिंदू मुस्लिम नहीं करेंगे आपका य काफी मैं हिंदू मुस्लिम ना कभी किया है ना करता हूं लेकिन अगर तीन

1:01:40तलाक गलत है वह मैं कहता हूं तो मैं मुसलमान विरोधी हूं ऐसा अगर आप मुझे लेबल

1:01:46लगा देते हैं तो आपकी मजबूरी है मेरी मजबूरी नहीं है नहीं कुछ ऐसा लेबल लगाने

1:01:52की कोशिश कश्मीर को लेकर भी की गई थी जब 3 हटाया गया था मोदी जी 2014 से पहले भी

1:01:58मैंने कश्मीर कवर किया है उसके बाद भी किया है और केवल एक शहर और डाउन टाउन नहीं बल्कि बॉर्डर्स तक जहां पर लोगों ने को

1:02:06लगा कि वो इंक्लूसिव हो रहे हैं वो जुड़ रहे हैं मुख्य धारा के साथ फिर 370 आया

1:02:11उसके बाद से पत्थरबाजी नहीं हुई हड़ताल नहीं हुई श्रीनगर में क्या कमाल की वोटिंग इस बार हो गई पर एक बहुत बड़ा धड़ा है जो

1:02:18कहता है कि बताइए हमसे राज्य का दर्जा ले लिया है आप जम्मूकश्मीर की जनता को कुछ कहना चाहेंगे पहली बात है

1:02:26कि मेरे इस चुनाव में आपने सवाल पूछा होता तो मुझे अच्छा

1:02:32लगता लेकिन आप लोगों ने नहीं पूछा लेकिन मैं आपने विषय निकाला इसलिए

1:02:37मैं उसमें से सवाल भी पैदा करता हूं जवाब भी देता हूं इस पूरे चुनाव में मेरे लिए संतोष की

1:02:44पल कौन सी तो मेरे लिए संतोष की पल है श्रीनगर का

1:02:51वोटिंग क्योंकि इसने इस बात को थप्पा मार दिया

1:02:56कि मेरी नीतियां सही है मैं कोई डिस्क्रिमिनेशन नहीं करता हूं

1:03:04मेरी सरकार धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं करती है जहां

1:03:09तक राज्य का दर्ज का हमने पार्लियामेंट में प्रॉमिस किया हुआ है और हम उस पर

1:03:17कमिटेड है हां हम सफल होना चाहते हैं सफल हो

1:03:24पॉलिटिकल पावर में नहीं स्थितियों में और पहले हम पर क्या गालियां पड़ती थी आपने

1:03:30इंटरनेट बंद कर दिया चारों तरफ होल मीडिया में हम जाते थे मीटिंग में तो आप लोग

1:03:36मिलते थे तो इंटरनेट बंद कर दिया कौन सा लोकतंत्र है गालियां खाई लेकिन मेरे

1:03:42कश्मीर का भला मैंने किया है मैं दूर का देख सकता था आप 24 घंटे चैनल के लिए देखते

1:03:48थे मैं देश के लिए देखता था और इसलिए मैं इंटरनेट की गालियां खाने के बाद भी

1:03:54इंटरनेट बंद करके भी मैं नौजवानों को गलत रास्ते से बचाने में सफल हुआ दूसरा मेरा

1:04:00संतोष है अब 10 साल का समय लगा लीजिए

1:04:05मानो 2004 से 2014 कितनी माताओं ने अपने बच्चे खोए

1:04:12होंगे 2014 से 24 कितनी माताओं के लाल बज

1:04:18गए जीवन में इससे बड़ा संतोष क्या होता है और इसलिए राज्य भी हमारा अपना कमिटमेंट है

1:04:28प्रक्रिया हम सफलता के लिए जो भी रास्ता होगा वह करेंगे मैं चाहूंगा कि मैं गेहूं

1:04:36की फसल करूं लेकिन सही सीजन में करूंगा तो मुझे गेहूं मिलेंगे सही सीजन में नहीं

1:04:42करूंगा तो मेरा बीज भी बर्बाद हो जाएगा प्रधानमंत्री जी मेरे पिता फौज में थे

1:04:47बचपन से ही हम कश्मीर जाते रहे हर गर्मी सर्दी की छुट्टी में इस बार मैं जब चुनाव कवर करने गया तो मैंने देखा बारामुला अनंत

1:04:54नाग ऐसी जगहो पर चल रहा था लोग जुड़ रहे थे लोकतंत्र के उत्सव में जहां पर पहले

1:04:59सेना की गाड़ी जब निकलती थी लोग ऊपर देखते थे खिड़की से कहीं गोली ना चल जाए वहा नेता खुले में प्रचार कर रहे हो रात को

1:05:05910 बजे तक लाल चौक खुला है दुकाने खुली है शॉपिंग हो रही इसके बाद आप कश्मीर में

1:05:10क्या देखते हैं व्ट्स नेक्स्ट फॉर कश्मीर आफ्टर जहां तक हम पहुंचे नेक्स्ट क्या है पहले मीडिया स्वीकार करे और मैं जब आपके

1:05:18सामने बैठा हूं तो मैं आपको नहीं कह रहा हूं मैं पूरे इस आपकी फ्रेटरनिटी को कहना

1:05:24चाहता हं मैं अभी कुछ दिन पहले मेरा एक कार्यक्रम था जम्मू कश्मीर

1:05:30में शायद 40 साल के बाद इतनी बड़ी रैली हुई थी कमेंट क्या होती थी सरकारी आदमी

1:05:37लाकर के बढा दिया सरकारी आप आप देश का भला करना चाहते कि

1:05:43नहीं करना चाहते अब उनके मुंह पर ताले लग जाएंगे जब कल 40 पर करीब वोटिंग देखेगी और उन्होंने

1:05:51साहब मेरी इच्छा है कि चुनाव फेस्टिवल होना चाहिए

1:05:57चुनाव ये जाकर के एकने र डाल के आ ऐसा नहीं फेस्टिवल मैं देख रहा

1:06:05था श्रीनगर में फेस्टिवल का मूड था जी लोग चाय पिला रहे थे लोग तालिया बजा रहे थे

1:06:11लोग गाने गा रहे थे या सच में दे र सेलिब्रेटिंग मुझे बड़ा मेरे लिए खुशी का

1:06:17दिन था प्रधानमंत्री जी आप हमेशा यह कहते हैं कि आप सिख समुदाय के बहुत नजदीक है यहां

1:06:25पर मंदिर की तस्वीर भी लगी हुई है जहां हम बैठे हैं लेकिन यह भी हकीकत है कि पंजाब

1:06:30में आपकी लोकप्रियता बाकी देश में जितनी है उससे थोड़ी कम है और सिख समुदाय में कई लोग आपको थोड़ी शक की निगाह से देखते हैं

1:06:37आप हाल में कानपुर गए आप पटना गए वहां पर आपने गुरुद्वारे में माथा टेका क्या आपको लगता है य जो दूरी है या पर्सीवड गैप है

1:06:44आपकी कोशिश आपकी सोच आपकी नियत और वह समुदाय आपको जिस तरीके से देखता है उसमें वो जो गैप है उसको आप कम करने में कामयाब

1:06:51हुए क्या एटली मैं आपके पास जानक क्या है मैं नहीं जानता हूं आप चुनाव के हिसाब से

1:06:59देखते हैं तो तो मेरे पास कोई जवाब मैं मेरा मैं उसे बाहर चला जा चुका हूं

1:07:07जी अच्छा होगा कि आपकी कोई पंजाबी चैनल हो या आपके पंजाबी लोग

1:07:14हो तो एनालिसिस करें किस देश के सिख समाज के मूलभूत

1:07:21मुद्दे क्या रहे हैं और किस सरकार ने उन मुद्दों को कैसे

1:07:28अटेंड किया है और फिर एक लिस्ट निकालिए बाहर तो आप 100 में से 100 मार्क मुझे दे

1:07:35देंगे अब हो सकता है मैं उन तक नहीं पहुंच पाया ना मैं तो पंजाब में काम कर चुका हूं

1:07:41मैं सालों तक पंजाब में रहा हूं और इमरजेंसी में मैं सिख के वेश में रहता था

1:07:47अंडरग्राउंड था तो मैं सरदार के वेश में रहता था और मुझे सहज रूप से मैं यहां

1:07:53दिल्ली में रहता था तो भी मैं कभी-कभी लंगर खाने जाता था इसलिए नहीं कि मुफत का

1:07:58मिलता है मेरी एक श्रद्धा थी श्रद्धा से जाता हूं मैं आज भी मानता हूं जी कि सिख

1:08:06समाज ने बहुत बड़ा योगदान किया है देश के लिए बहुत बड़ा योगदान किया है आज भी वह

1:08:12जहां भी है यह दुर्भाग्य है कि पंजाब में ड्रग्स बहुत फैल गया है वरना वे एक प्रकार से

1:08:20डिसिप्लिन लाइफ वाले समाज है हम गर्व करें ऐसा समाज है

1:08:27जी मुझे वोह स्वीकारते हैं नहीं स्वीकारते हैं वो तो उसके लिए तो मैं क्या कह सकता हूं जी मुती जी महिलाओं की बात पर मैं आना

1:08:35चाहती हूं क्योंकि कई सारी चीजें हैं जो की गई अब 26 जनवरी की परेड में शुरू में

1:08:41यह कहा गया कि सिर्फ संकेतों की बात की जा रही है कि ध्वजारोहण के समय आपके साथ कोई

1:08:46ऑफिसर खड़ी रहेंगी फीमेल लेकिन धीरे-धीरे पूरी की पूरी पलटन हमने देखा माच कर रही है तैनाती एलओसी प हो चुकी है महिलाओं की

1:08:54संसद में आपने अपनी कैबिनेट में महिलाओं को बहुत अहम पोजीशन दिए पर हकीकत यह है कि

1:09:0033 पर रिजर्वेशन जिसका असर अभी कुछ दिन बाद दिखना शुरू होगा एक पुरुष प्रधान

1:09:07राजनीतिक सिस्टम है संसद भी है आप कैसे बदलता हुआ देखते हैं कि महिलाएं इतनी बड़ी

1:09:13संख्या में वहां पर आएंगी एक तो आपने जी 20 में मेरा एक काम

1:09:20देखा होगा इवन पश्चिम के देशों के लोग जो बहुत फॉरवर्ड कंट्री का उनके सामने भी यह बहुत

1:09:29बड़ा तुलनात्मक रूप से सोचने जब मैं कहता हूं मेरे यहां प्रेगनेंट मेमन के लिए 26

1:09:36हफ्ते की छुट्टी है तो ऐसे देखते मुझे आपके 26 मेरे 26

1:09:45उनके गले नहीं उतर हमारे एक परसेप्शन बना दिया गया है कि भारत में महिलाएं याने

1:09:52घरेलू है रियलिटी आप भारत का एग्रीकल्चर सेक्टर देख लीजिए जी मैं आज भी कहता हूं

1:09:59एग्रीकल्चर सेक्टर में 60 पर कंट्रीब्यूशन ममन का है इकोनॉमिकल एक्टिविटी करती है

1:10:06विमन लेकिन अब हमारे देश की छवि नहीं बनी सही बात पहुंची नहीं लोगों में आज भी

1:10:13दुनिया में जो कमर्शियल फ्लाइट पायलट है 15 पर पायलट मेमन भारत की है आज अब यह कोई

1:10:24एक रात में तो प् नहीं बनी होगी इसलिए यह कहना कि भारत की मैं महिलाओं के साथ यह हो

1:10:32रहा है तो यह जिस प्रकार की फेमिनिस्ट विजित प्रकार की सोच बनी है उसके हम शिकार

1:10:38हो चुके हैं लेकिन मैं मानता हूं हमने दो स्टेप आगे जाना चाहिए

1:10:45कैसे एक तो हमें साइकोलॉजिकल बैरियर तोड़ने की जरूरत

1:10:51है मेरे साथ इजिप्त के राष्ट्रपति बैठे थे 26 जनवरी को 26 जनवरी को इजिप्त के

1:10:59राष्ट्रपति बैठे थे बोले पश्चिम वाले ममन एमवर बोले मैं तो य ममन एंपावरमेंट ही देख

1:11:07रहा हूं परेड चल रही इजिप्त के राष्ट्रपति ने मेरे से बो य मन एंपावरमेंट होता है वह

1:11:14तो मुस्लिम देश के हैं ममन एंपावरमेंट मुझे दिखा रहे थे दूसरी बात है कि

1:11:21भाई जी 20 में मैं विषय लाया मन लेट

1:11:26डेवलपमेंट एक बहुत बड़ा साइकोलॉजिकल परिवर्तन है ये हमारी य महिलाए काम करें तो व क्या

1:11:33करते हैं आपने देखा हो इस बार मार किया नहीं मालूम नहीं मुझे मेरी पार्टी की सभी

1:11:40पब्लिक रैली उसको स्टेज पर कंडक्ट महिलाए कर रही

1:11:45है आप लोगों ने मार्ग नहीं किया होगा बेशक सब जगह देखा यानी यह योजना का हिस्सा है

1:11:51जी अचानक नहीं है वरना उनका क्या काम क्या रहता था एक डिश लेकर के आना उसमें गुलदस्ता है फिर

1:12:00कोई पुरुष आएगा गुलदस्ता उठाएगा और देगा ये बड़ा बदलाव है यह मुझे मुझे पसंद नहीं

1:12:06है जी मुझे पसंद नहीं है आज मेरे सभाओं को कंडक्ट करती महिला कार्यकर्ता है यह मेरा

1:12:13निर्णय है मेरी पार्टी का निर्णय है विमन लेड डेवलपमेंट की दिशा मैं चाहता हूं

1:12:22दूसरा मैंने गांव की महिलाओं को पहले क्या सेल्फ हेल्प ग्रुप मतलब क्या पापड़ बना दो

1:12:29बड़ी बना दो बेच दो थोड़ा सा साबुन बना दो या अगरबत्ती बना दो आई वांट टू ब्रेक थ्रू

1:12:37मैंने उनको ड्रोन पायलट बनाया मुझे मेरी उन महिलाओ से बातें हुई

1:12:43बोले साहब मैंने तो कभी साइकिल भी नहीं चलाई थी लेकिन आज पूरा गांव मुझे ड्रोन पायलट के रूप में जानता है ड्रोन पाइ मैं

1:12:51गुजरात में था तो मैंने तय किया भाई सरकार है तो क्या मतलब पुलिस वाला आया तो सरकार आई

1:12:59ये इंप्रेशन है आई वांट टू चेंज दि साइकोलॉजी तो मैंने आंगनवाड़ी और आशा

1:13:05वर्कर जो थे उनको मैंने कहा यूनिफॉर्म सरकार देगी इसलिए नहीं कि मुझे वोट चाहिए

1:13:11था और मेरा सूचना थी मैंने फैशन डिजाइनर को बुलाया मैंने कहा एयर होस्टे से मुझे

1:13:17अच्छे कपड़े चाहिए ये आंगनवाड़ी वर्कर के लिए एयरोस्टर

1:13:22से अच्छे कपड़े और मैंने किया और फिर मैंने क्या किया जब भी मुख्यमंत्री या कोई

1:13:29भी मिनिस्टर जाएगा तो जो क्यों रहती है रिसीव करने उसमें आंगनवाड़ी र रहने चाहिए

1:13:36साब सब गांव की स्थिति य बन गई आंगनवाड़ी के

1:13:41आसा वर्कर खड़े हैं मतलब सरकार खड़ी है पूरा याने एक या मेरा कमिटमेंट है जी जो

1:13:49आपको दिखता है वो नहीं बहुत सी चीज आप मेरे य डेरी का काम देख लीजिए

1:13:55मैंने डेरी में तय किया मैं गुजरात में था कि मिल्क का जो पैसा है मग पुरुष को नहीं

1:14:02जाएगा ममन का अकाउंट खुलेगा उसके अकाउंट में जाएगा और

1:14:08डेली दो दो हजार करोड़ रुप डिलीवरी होता है डेली दो हजार करोड़ रुपया और महिलाओं

1:14:14के खाते में जाता है पैसा अभी काशी में मैंने डेरी शुरू की म डेरी तब शुरू होगी

1:14:21पैसे महिलाओं के खाते में जाएंगे वो पशु वह पालन करें दूध की चिंता वह करें दूध

1:14:28भरने के लिए वह आ जाए और पैसे कोई व ले जाए नहीं चलेगा मैंने जब भूकंप के घर बनाए

1:14:35गुजरात में तो सरकार ने जो घर बनाए वह मैंने महिलाओं के नाम पर मिलेंगे पुरुष

1:14:40केम पर नहीं मिलेंगे और यहां में आया जो चार करोड़ घर बनाए मैंने कहा पहला हक

1:14:46महिला का रहेगा प फिर मैंने एक नियम किया कि जो स्कूल में बच्चा दाखिल होता है तो

1:14:52पिता का नाम लिख दो नहीं माता के भी लिख खा जाएगा यह बदल किए हैं आज माता का नाम

1:14:59भी होता है स्कूल में बच्चे के साथ सिर्फ पिता का नाम नहीं होता है तो आपको एक तो आपकी थॉट प्रोसेस काम

1:15:08करती है फिर उसमें से छोटी छोटी छोटी छोटी चीज आपको सोचती है और यह ताकत नीचे से

1:15:16लानी पड़ती है जी नीचे से जब ताकत आती है तब जाकर के वो परिणाम मिलता है मैंने एक

1:15:22काम किया बड़ा इंटरेस्टिंग है सुनने जैसा है वसे मैं आपके मीडिया को दिखा नहीं पाओगे आप लोग

1:15:29इतना मैं गुजरात में नया नया मुख्यमंत्री बन के गया पंचायतों के चुनाव हुए

1:15:37कोई 1500 पंचायत के चुनाव े मेरा कोई ज्यादा ध्यान भी नहीं था

1:15:42क्योंकि मैं भूकंप के काम में लगा पड़ा था मुख्यमंत्री बनने के बाद फिर मुझे एक दिन

1:15:49मैसेज आया कि खेड़ा डिस्ट्रिक्ट के गांव की पंचायत के सब जो मैं मेंबर है वो मिलना

1:15:55चाहते हैं मैंने कहा भाई पंचायत मंत्री से मिलवा दीजिए उनका

1:16:02कोई काम होगा नहीं बोले सभी मेंबर महिलाए है सभी मेंबर महिला नहीं बोले गांव ने तय

1:16:10किया इस बार प्रधान महिला है तो मेंबर भी महिला बनाएंगे तो बोले कोई पुरुष मेंबर है

1:16:17ही नहीं तो वो महिला मिलना चाहती है रा थ इट हो गया बुलाओ भाई डाकोर के पास कोई

1:16:24गांव है छोटा सा तो आए वो कोई 11 मेंबर का वो होगा की 11 बहन

1:16:32आई और जो प्रधान बनी थी वोह शायद आठवी कक्षा तक बढ़ी थी बाकी एक भी पढ़ी लिखी

1:16:38नहीं थी तो मैंने से पूछा उनको क्या काम था नहीं बोले हम सब महिलाए

1:16:45चुनकर आई तो आपको नमस्ते करना था और कोई काम नहीं था अच्छा मैंने कहा

1:16:51पाच साल मिले हैं आपको क्या करोगे आपके मन में क्या इच्छा प्रधान ने जो मुझे कहा ना व दुनिया का कोई

1:16:58इकोनॉमिस्ट नहीं बता सकता उस प्रधान ने मुझे कहारा गांव छोटा

1:17:04है लेकिन मेरी इच्छा है पा साल में मेरे गांव में एक भी गरीब ना

1:17:12रहे साब एक प्रधान उसको इकोनॉमी की समझ थी बोले मेरे

1:17:19गांव में कोई गरीब ऐसा कुछ करना है मुझे मुझे उसमें से आइडिया आया तो मैंने

1:17:25फिर चुनाव आया तो मैंने कहा मैं हम समरस गांव करेंगे वैसे एक फिलोसॉफिकली मैं इससे परिचित था क्योंकि विनोबा भावे उनके एक

1:17:34साथी थे डॉक्टर द्वारका जोशी वो मेरे गांव के थे और वह उनकी पत्नी रतन बहन बड़े सेवा

1:17:41वती थे विनोबाजी के साथ जीवन ख पाया था तो मैंने उनका भाषण बचपन में सुना था मुझे

1:17:47याद नहीं है कि मैंने विनोबा जी को सुना था कि द्वारकादास जोशी को सुना था मुझे उतनी मेमोरी नहीं है लेकिन बचपन में मैं

1:17:54सु उने कहा देखिए लोकसभा का चुनाव होता है ना तो बैर जर नहीं होते हैं बरजर शब्द ठीक

1:18:01है बैर बैर जहर ऐसा नहीं होता बोले असेंबली का चुनाव होता है तब भी

1:18:08नहीं होता है गांव में जब चुनाव होता है ना तो गांव दो भाग में बट जाता है बेटी भी

1:18:14बोले ससुराल से वापस भेज देते है क्योंकि उसको वोट नहीं दिया तो बोले गांव में सहमति का चुनाव होना चाहिए ये मैंने बचपन

1:18:22में सुना था तो वो एक बात और फिर मला मिली दोनों मेरा मेरे ब्रेन काम करने लगा तो

1:18:29मैंने एक स्कीम बनाई समरस गांव जो गांव सर्व सहमति से चुनाव

1:18:36करेगा उस गांव को मैं 5 लाख रुप एक्स्ट्रा दूंगा हा विकास के लिए क्योंकि मेरा

1:18:42प्रिंटिंग विटिंग सब खर्चा खत्म हो जाता था फिर मुझे विचार आया जो गांव सबकी सब

1:18:48महिलाए करेगा उसको मैं 7 लाख लूंगा फिर मैंने कहा कि जो गांव में सब की सब महिलाए

1:18:56होगी तो वहां का जो गवर्नमेंट अफसर होंगे वह भी महिलाए होगी हो सके तो पुलिस भी मैं

1:19:01वहां महिला रखूंगा और मैं इनको पैसे भी दूंगा और तहसील लेवल तक में वहां महिलाओं

1:19:08की पूरी ऊपर से नीचे तक 45 पर

1:19:13विलेजेस सहमति से मेरे में होने लगे 45 पर विलेज और आज भी चल रहे हैं हम पैसे भी

1:19:20देते हैं और करीब करब कई गांव ऐसे हैं जब प्रधान जिस जिस गांव में महिला है तो फिर

1:19:27गांव तय करता है सब महिला मेंबर और मैं बता दू इतना बढ़िया परफॉर्म करती है वो ने

1:19:35याने छोटी छोटी चीजों को करना पड़ता है डेस्ट मुझे याद है जिस दिन ओबामा आए तो

1:19:43राष्ट्रपति भवन में उनके सम्मान में सब महिलाएं खड़ी थी जो परेड होती है

1:19:50तो उनको लीड करने वाली महिला थी तो ने कहा सब महिलाए

1:19:57यस मुझे मालूम है मैं अपने देश को कैसे कहा क्या प्र सा हमारी बस्ट य भी आप देखिए सर य 50

1:20:05प्र पुरुष है और 50 प्र महिलाए नहीं कहने का तात्पर्य है हम परस के हिसाब से ना

1:20:11देखे सचमुच में जो मैं विकसित भारत कहता हूं ना तो विकसित भारत के दो मूलभूत आधार

1:20:19में देखता हूं एक ईस्टर्न इंडिया जहां ति बहुत है गरीबी सबसे ज्यादा

1:20:28है मेरा पूर्वी उत्तर प्रदेश मेरा बिहार

1:20:33मेरा झारखंड बंगाल उड़ीसा इकोनॉमिकली अगर मैं इसको

1:20:40ताकत मैं पश्चिम के बराबर भी लिया ह ना पश्चिम मतलब गुजरात महाराष्ट्र गोवा पंजाब

1:20:46पूरा संपद है तो मेरी नेचरल और दूसरा मेरी

1:20:52महिलाओं की शक्ति यह दो ऐ से एरिया है जिसमें भरपूर पोटेंशियल में देखता हूं और

1:20:59वो मेरे 20 47 का सबसे बड़ी सफलता का मेरा रे बिल्कुल कवि मैं कन्वेंस ह जिसमें कि

1:21:06यही मुझे परिणाम देंगे और मुझे परिणाम मिलेगा इसी से जुड़ा मेरा अगला सवाल भी है सर आपसे क्योंकि पहले यह माना जाता था कि

1:21:13घर में पुरुष जो कह रहा है वही पूरे फरमान जो महिलाएं हैं वो भी वही वोट करेंगे लेकिन आप महिलाएं अपने दिमाग से वोट कर

1:21:20रही है मैं भी हेलीकॉप्टर से 100 सीटों पर गई तो बशीरहाट पहुंची जहा रेखा पात्रों को

1:21:26आपने टिकट दिया है बीजेपी की तरफ से बाका बहराइच बारामती गढ़वाल कहीं जाइए आपने कई

1:21:32घरों में झगड़ा भी करा दिया है सर क्योंकि पति कहीं और वोटिंग कर रहे हैं महिला कहीं और हमारा जाता महिलाए साइलेंट वोटर आपकी

1:21:39है लेकिन क्या वाकई इसकी वजह से फ्री बीस भी बहुत अनाउंस हो रही है तमाम जो राजनीतिक पार्टियां है वो अपने अपने तरीके

1:21:45से फ्री बीज देते हैं कि महिलाओं को हम अपनी तरफ कर लिए तो जीत और जहां पर उनका वोट जा रहा है उसी की सरकार बन रही है

1:21:53इसको आप किस तर देखते वैसे इसमें महिला वाला विषय नहीं है

1:21:58मुद्दा यह है कि पॉलिटिकल पार्टियों ने चुनाव जीतने के लिए खजाने खाली करने

1:22:06चाहिए क्या सैद्धांतिक मुद्दा ये है क्या मुझे खजाना लुटाने का अधिकार है

1:22:15क्या मुझे एंपावरमेंट के लिए योजनाए बनाने का हक है लेकिन चुनाव है इसलिए मैं लुटा

1:22:21दू यह तरीका कितना उचित है यह सोचने का विषय है और दुनिया में जिन

1:22:28जिन देशों की हालत हुई है व हमारे पास उदाहरण है कि भी हमने अब अब देखिए क्या

1:22:36होता है आप एक शहर में मेट्रो बनाते हैं और उसी शहर में चुनाव जीतने के लिए

1:22:43कहते कि हम महिलाओं को बस में फ्री ले जाएंगे मतलब आपके मेट्रो के 50 पर पैसेंजर

1:22:51आपने ले लिए तो मेट्रो वायबल नहीं होगी अब भविष्य

1:22:57में मेट्रो बनेगी कि नहीं बनेगी चिंता ये है यह समझ कोई इस रूप में कोई चिंता चर्चा

1:23:04नहीं करता अब हम पॉलिटिकल तू तू मैं में चले जाते हैं मुझे वो नहीं करना मैं

1:23:11बिल्कुल कांक्रीट बात करता हूं कि आप बस में इसके कारण क्या हुआ तो ट्रैफिक को भी प्रॉब्लम किया

1:23:18एनवायरमेंट को भी प्रॉब्लम किया आपने मुक्त का कर दिया और इधर मेट्रो आपने खाली कर दी वो मेट्रो कैसे आगे बढ़ेगी देश कैसे

1:23:28आगे बढ़ेगा देश की राजनीति से अगर एक मिनट के लिए हम बाहर निकलकर ग्लोबल ऑर्डर की

1:23:33बात करें तो इस वक्त दुनिया की निगाहें भारत और भारत के इस चुनाव पर है इस वक्त रूस और रशिया की लड़ाई चलती जा रही है व

1:23:40खत्म होने का नाम नहीं ले रही इजराइल और हमास की लड़ाई चल रही है ईरान के साथ तनाव

1:23:45बढ़ रहा है पिछले 5 साल में भारत की जो कंप्रिहेंसिव नेशनल पावर है काफी बड़ी है भारत 11वी नंबर की अर्थव्यवस्था से पांचवे

1:23:53नंबर पे आया अगले 5 साल में ग्लोबल हाई टेबल पर आप भारत का रोल क्या देखते

1:23:59हैं हम इस हिसाब से चीजों को क्यों देखते हैं मूलभूत बात क्या

1:24:07है अब तक हम क्या सोचते थे हमारा हमारा नैरेटिव यह था हम इससे इतने दूर है हम

1:24:15उससे इतने दूर है यानी हम हम इक्वल डिस्टेंस मेंटेन करते हैं हमारा

1:24:22डिप्लोमेटिक भाषा में ता था मैंने कहा नथिंग टू डू मेरी भाषा र के हम कितने निकट

1:24:30है तो दुनिया में कंपटीशन शुरू हुई कि निकट कैसे जाए इसके पहले दूर रहने की

1:24:37कंपटीशन होती थी बदल गया तो सब लोग निकट आने की स्पर्धा चल रही है अब देखिए कल

1:24:46मेरा ईरान में एक बहुत बड़ा निर्णय हुआ है एग्रीमेंट हुआ है वो हिंदुस्तान के

1:24:52अखबारों की हेडलाइन न्यूज है टीवी मीडिया की 24 घंटे की

1:24:57है और मेरा मिनिस्टर कल चा बाहार थे ईरान में थे चाबहार पोर्ट का मेरा फाइनल

1:25:04एग्रीमेंट हुआ यह बहुत बड़ा काम है जी सेंट्रल एशिया से जुड़ा हुआ मेरा इकॉनमी

1:25:09का बहुत बड़ा काम हुआ है लेकिन अब पता नहीं यहां अब फ हेड टेबल

1:25:16हेड टेबल क्या होता है जी सारी लड़ाई के बीच में मेरा चार का एग्रीमेंट हो जाता है

1:25:24तो मेरी पहली वस्तु य दूसरा किसी तीसरे के आधार पर हम अपने

1:25:30निर्णय नहीं करेंगे हम निर्णय हमारे लिए करेंगे फलाने को बुरा लगेगा तो इससे बात

1:25:38करूंगा तो क्या होगा जी नहीं मैं सबसे बात करूंगा राष्ट्रपति पुतिन मेरी अगर भरपूर

1:25:46तारीफ करते हैं इसका मतलब यह नहीं कि मैं राष्ट्रपति पुतिन को मिलकर के कह नहीं सकता हूं कि दिस इ नॉट द टाइम फॉर द वर

1:25:55तो वो भी मुझे सम्मान करेंगे कम से कम एक ऐसा मित्र है जो मुझे साफ बताता है कि सही है गलत है यूक्रेन को भी मुझ पर इतना ही

1:26:04भरोसा है भारत पर मुझ पर मोदी एक व्यक्ति नहीं है भारत पर भरोसा है कि भाई कुछ तो

1:26:11भीय सही बता और आज तक हमने सही किया जी मैंने अभी गाजा में रमजान का मही मैंने

1:26:18स्पेशल अन्वय भेजा था यहां तो आप मुझे मुसलमानों के लेकर के घेल रते हैं लेकिन

1:26:24मोदी गाजा में रमजान के महीने में अब मैं

1:26:29इसकी पब्लिसिटी नहीं करता हूं क्योंकि लेकिन क्योंकि कईयों ने प्रयास किया होगा परिणाम

1:26:37सही मिला लेकिन मैंने भी प्रयास किया देश भारत ने भी किया तो इवन मेरा आज भी

1:26:44पलेस्टाइन के साथ उतना ही निकट नाता है जितना मैं इजराइल गया हमारी य फैशन क्या

1:26:51थी इजराइल जाओ पलेस्टाइन जाओ म करके वापस आओ मगर नथिंग टू डू मैं इजराइल जाऊंगा

1:26:57वापस आऊंगा मुझे ढंग करने की जरूरत नहीं है इजराइल गया मैं मैं पलेस्टाइन जाऊंगा

1:27:04तो स्टैंड अलोन मेरी विजिट होगी पलेन गया मजा देखिए जब मैं पलेस्टाइन

1:27:09गया तो मुझे यहां से विषय आ हेलीकॉप्टर ले जाएंगे वहां य ले

1:27:16जाए तो जॉर्डन के राष्ट्रपति जी को पता चला कि मैं जॉर्डन से करके जाने वाला पले

1:27:24अब वो मोहम्मद साहब के सीधे वारिस है जॉर्डन के प्राइम मिनिस्टर है वो उनके

1:27:30सीधे वारिस है मोहम्मद साहब के उन्हीं के संतान है उने मोदी जी आप ऐसे नहीं जा सकते

1:27:37आप मेरे गेस्ट है मेरे ही हेलीकॉप्टर में आप

1:27:42जाएंगे मेरे घर खाना खाके जाएंगे मैं उनके घर गया खाना खाया बैठे उनके हेली

1:27:49लेकिन हेलीकॉप्टर जॉर्डन का डेस्टिनेशन पलेस्टाइन और मुझे एस्कोर्ट कर रहे थे

1:27:56इजराइल के फ्लाइट देखिए आप अगर दुनिया में और तीनों

1:28:02की दुनिया अलग लेकिन मोदी के लिए आसमान में सब साथ मैं मानता हूं यह सब तब होता है जब

1:28:09आपके इरादे नेक हो आपके प्रति विश्वास हो और चोरी छुपी नहीं अमेरिका को मैं कह करके

1:28:16बताता मैं ना मुझे पूछ करके नहीं करना होता है मैं रशिया से मेरे देश को सस्ते

1:28:22में पेट्रोल चाहिए मैं लूंगा मेरे लिए जरूरी है मैं करूंगा तो मैं

1:28:28छुपाता नहीं हूं और मैं अपने टर्म्स में मेरे देश को चलाता हूं जी सर आप भारत के तो सबसे लोकप्रिय नेता

1:28:36हैं ही आप दुनिया के भी सबसे लोकप्रिय नेता हैं और शीर्ष पर बने रहना जैसे कहते

1:28:42हैं अंग्रेजी मेट्स ऑलवेज वेरी लोनली एट द टॉप और शीर्ष पर बने रहना का अपना एक दबाव

1:28:49भी होता है बहुत आप कभी उस दबाव को महसूस करते हैं आप जब परीक्षा पर चर्चा करते हैं

1:28:55तो बच्चों को बताते हैं कि कैसे स्ट्रेस को दूर रखना है कभी आपके साथ भी ऐसा ऐसा

1:29:01दबाव आप फील करते हैं होता क्या है जी आप लोगों का प्रॉब्लम यह है कि आप उस दुनिया

1:29:09में जिए हैं पले बड़े हैं तो आपके पास हर चीज के उदाहरण वही है मैं उस दुनिया का

1:29:17इंसान ही नहीं हूं जी आप मुझे एक अलग केस समझिए व्यवहार जीवन कि जितनी चीजें आप

1:29:25देखते हैं मैं उससे परे हूं माफ करना मुझे कहना पड़ रहा है और इसलिए मेरे जीवन में

1:29:31कोई चीज ये मोदी यहां बैठा है या मोदी लीडर बना है नो नथिंग टू डू भारत बना

1:29:39है मैं शायद निमि हूं और इसलिए कृपा करके

1:29:44और मैं इसे बहुत विरक्त मैं

1:29:50अलप्तगिन हूं मेराे कोई लेना देना नहीं लेना देना नहीं

1:29:58कोई लेना देना नहीं प्रधानमंत्री जी इस वक्त जितने भी लोग इस इंटरव्यू को आज तक

1:30:03और इंडिया डे प देख रहे हैं मेरे साथी भी ये मानेंगे कि बहुत सॉलिड इंटरव्यू था मतलब जितने भी मुश्किल सवाल हो सकते थे

1:30:09आपसे पूछे गए आपने किसी यही मेरा आप लोगों से शिकायत है यह मुश्किल शब्द आपका आपका

1:30:16नहीं है एक इको सिस्टम ने आप लोगों को डरा करके रखा हुआ है और आप लोग बुस दिल की तरह

1:30:23डरे हुए हो उनके एजेंडा सेट के लिए सवाल लेकर घूम रहे हो आपको बुरा ल मैं सच कहता हूं आप सब लोग

1:30:31दबाव में जी रहे हो और मैं मानता हूं मैं भी जाता आता हूं तो पत्रकारों से कम से कम

1:30:38उनके हाल तबीयत वगैरह पूछता हूं सीरियस नेचर के सवाल जवाब नहीं करता हूं पूछता

1:30:44हूं मुझे लगता है उनके दिलों में कुछ और पड़ा हुआ है उनके अनुभव कुछ और है लेकिन

1:30:51एक इको सिस्टम ऐसे सवाल बना कर के खड़े कर दि है कि आप तब तक पत्रकार नहीं है आप तब

1:30:57तक न्यूट्रल नहीं है जब तक ये पूछे नहीं इस इस इस मुसीबत से मुझे आपको भी निकालना

1:31:04है वह काम भी मैं ही करूंगा सर जब आप गुजरात के मुख्यमंत्री थे आप कई मर्तबा

1:31:10आपका इंटरव्यू करने का मौका हम लोगों को दिया करते थे अब जब आप प्रेस प्राइम मिनिस्टर बने हैं तो आप प्रेस कॉन्फ्रेंस

1:31:16नहीं करते और इंटरव्यू करने का मौका भी कम ही कम मिलता है तो लोग ये पूछते हैं कि मोदी जी हर तरह के सवाल का जवाब दे सकते

1:31:22हैं तो आखिरकार प्रेस कान्फ्रेंस या इंटरव्यू क्यों नहीं करते पहली बात ये है

1:31:27कि अगर पिछले इस चुनाव में मैक्सिमम मुझे देखेंगे तो आज तक में

1:31:34देखेंगे मैक्सिमम जवाब मैंने दिया था आजतक तीसरा इंटरव्यू तीन दिन में तीसरा तो

1:31:41मैंने तो कभी मना नहीं किया दूसरा ये है कि ज्यादातर हमारी यहां मीडिया का

1:31:49उपयोग यह हुआ है ज्यादातर कल्चर बन गया है कि कुछ भी मत

1:31:55करो यार इनको संभाल लो और अपनी बात बता दो देश में चल जाएगी मुझे उस रास्ते पर नहीं जाना है

1:32:03मुझे मेहनत करनी है मुझे गरीब के घर तक जाना है मैं भी विज्ञान भवन में फीते काट

1:32:10के फोटो निकलवा सकता हूं मैं वो नहीं करता हूं मैं एक छोटी योजना के लिए झारखंड के

1:32:16एक छोटे से डिस्ट्रिक्ट में जाकर काम करता हूं मैं एक नए वर्क कल्चर को लाया हूं उस

1:32:23कल्चर को सही लगे तो मीडिया सही प्रस्तुत करें ना लगे तो ना करें दूसरी बात है मैं

1:32:30जवाबदेह हूं पार्लियामेंट को बस सब सवाल का जवाब देने के लिए तैयार हूं मैं तीसरी

1:32:35बात कहता हूं कि मीडिया आज वो नहीं है जो पहले था

1:32:42क्योंकि पहले मैं आज तक से बात करता था लेकिन अब दर्शक को मालूम है मैं राहुल से

1:32:51बात कर रहा हूं कौन राहुल तो उसने परसों यह ट्वीट किया था मतलब यह तो मोदी के फेवर

1:32:57में लिखता है मतलब यह तो वही बात करेगा तो आज मीडिया एस सच सेपरेट एंटिटी रही नहीं

1:33:05है आप भी अनेक लोगों की तरह अपने व्यू लोग जान चुके हैं तो वह स्थिति आपकी बनी नहीं

1:33:12है पहले मीडिया फेसलेस था उसका कोई चेहरा नहीं था मीडिया में कौन लिखता है लिखने

1:33:20वाले के विचार क्या है कोई लेना देना लोग मानते थे एक एनालिसिस है आज वो स्थिति

1:33:25नहीं है तीसरी बात है पहले कम्युनिकेशन का एक ही सोर्स था मीडिया के बिना आप जा ही

1:33:32नहीं सकते थे आज आखिर कर तो आपको जनता को बात करनी है तो कम्युनिकेशन के टू वे है

1:33:39आज जनता भी बिना मीडिया अपनी आवाज बता सकती है व्यक्ति भी जिसको जवाब देना है

1:33:46बिना मीडिया अपनी बात बता सकता है तीसरा मैं जब गुजरात में था तो मेरी पक

1:33:54मीटिंग जो होती थी तो पब्लिक मीटिंग में मैं पूछता था ऐसे करके देखता था अरे फिर

1:34:03मैं पूछता क्यों भाई ऐसा कार्यक्रम बनाया है कोई काले नने वाला नहीं दिखता

1:34:12है अरे भाई दो तीन काले झंडे वाले रखो तो कल अखबार में छपे कि मोदी जी यहां आए थे

1:34:2010 लोगों ने काला झंडा दिखाया तो कम से कम पता तो च लेगा मोदी जी आए थे काले झंडे

1:34:26बिना मेरा सभा का कौन पूछेगा मैं 10 साल ऐसे भाषण किए थे गुजरात

1:34:32में डेली मेरा कार्यक्रम था एक दिन मेरे एक गांव के लोग मिलने आए मेरा अभिनंदन

1:34:39करने आए तो बोले हमारे गांव में 24 घंटे बिजली हो गई है इसलिए हम आपको अभिनंदन मेरे य

1:34:47मंगल को किसी को भी एंट्री थी मेरे य गुजरात में तो मैंने कहा

1:34:5424 घंटे बिजली मैंने कहा झूठ है नहीं हो सकता नहीं बोले साहब हो गई मैंने कहा तुम झूठ बोल रहे हो 24 घंटे बिजली हो ही नहीं

1:35:01सकती है बोले सा मैंने तो किसी अखबार में पढ़ा नहीं कि तुम्हारे य 24 घंटे हो गए ना

1:35:08रेडियो प आया ना टीवी पे आए ना अखबार में आए नहीं नहीं बोले साहब रेडियो वाले अखबार

1:35:13वाले नहीं बताएंगे 24 घंटे हो गई है हो गई है मिठाई खाते हैं तो साब मैं ऐसे जिया

1:35:19हूं आपके कटाक्ष और आपके वन लाइनर्स रहेंगे प्रधानमंत्री जी अपनी विरासत आप

1:35:27कैसे पीछे छोड़ना चाहते हैं देखिए मुझे एक सवाल पहले भी एक बार किसी ने पूछा था सर यूके में पूछा

1:35:33था मैं मैं हैरान हूं जी जो इंसान देश के लिए जी रहा है वह खुद

1:35:41के लिए क्यों सोचेगा मैं तो मानता हूं मेरे मुझे इतिहास

1:35:47में कोई याद करें इसके लिए मैं काम करता ही नहीं हूं कोई याद करे

1:35:54तो मेरे कश्मीर में 40 पर के करीब 40 साल के बाद मतदान हुआ उसको याद करो लोकतंत्र

1:36:01का उत्सव मनाओ कोई माने जी 20 में हिंदुस्तान का डंका बज गया उसको याद करो

1:36:07कोई याद करे कि आज विश्व के अंदर मेरा भारत तीसरी इकॉनमी बनने जा रहा है उसको याद करें मोदी का क्या ले मेरे जैसे तो

1:36:15सैकड़ों लोग आएंगे चले जाएंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिनका यह कहना है कि वह धर्म के आधार पर कोई भेदभाव नहीं

1:36:22करते लेकिन धर्म के आधार पर आरक्षण भी नहीं होने देंगे और जब तुष्टीकरण की राजनीति होगी तो कुछ भी बोलने में उन्हें

1:36:28संकोच नहीं होगा विपक्ष के खिलाफ बहुत-बहुत धन्यवाद आपका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी यह साक्षात्कार हमें देने

1:36:34के लिए व्यस्तता के बीच में चलिए बहुत-बहुत धन्यवाद इसी के साथ इस इंटरव्यू में इतना ही देश दुनिया की बाकी खबरों के

1:36:41लिए आप देखते रहिए आज तक

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