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माँ तो माँ होती हैं - Sanatan-Forever

माँ तो माँ होती हैं

माँ तो माँ होती हैं

माँ तो माँ होती हैं

“आज तुम दोनों के पिताजी को गए हुए एक वर्ष हो गया। ।” गायत्री देवी ने अपने दोनों जवान कमाऊ बेटों से ये बात कही। मां के पास बुलाकर इस तरह की बात करने के कारण दोनों भाई उत्सुकता के साथ आशंकित भी हो गए कि मां अब न जाने क्या कहने वाली है। और वही हुआ जिसकी दोनों को आशंका थी।

वो बोली,

“बेटों, ये घर बनवाते समय तुम्हारे पिता जी ने बैंक से ऋण लिया था। अपने रहते में तो वो ऋण पटा ही रहे थे पर उनके अचानक कैलाशवासी होने से कुछ रकम अभी बाकीरह गई है।

अब तुम दोनों मिला कर वो रकम अदा कर दो। पिता जी की फेमिली पेंशन तो मिलती है पर वह ऋण पटाने के लिए अपर्याप्त है।” गायत्री देवी जी को उम्मीद थी कि दोनों बेटे खुशी-खुशी ऋण पटाने की बात मान लेंगे। पर बड़े के तो सुर ही अलग थे।

वो बोला,

“मां अब ये घर पुराना हो गया है। मैंने अपना फ्लैट बुक कर दिया है। अगले माह पजेशन मिलने वाला है। क्यों न हम ये घर बेचकर वहीं रहें। हम दोनों घर से मिलने वाली रकम आधी-आधी बाँट लेंगे। तुम हमारे यहां बारी-बारी से रहना।

बड़े की ये बातें सुन कर छोटा चुप रह गया। तभी बड़ा बेटा, मुझे जरूरी काम है कह कर निकल गया। मां छोटे बेटे के विचार जानने के लिए उसकी तरफ बड़े ध्यान से देख रही थी।

छोटा बेटा बोला,

“मां मैं भैया की बात से सहमत नहीं हूँ। पिताजी की निशनी ऐसे कैसे बेच दें। हम सब की खास तौर से पिताजी की यादें इससे जुडी हैं। उनके पीठ फेरते ही हम उनकी यादें भी मिटा दें। ये नहीं हो सकता। मां हम बचा कर्ज पटाकर मकान को मुक्त करवालेंगे।

आप निश्चिंत रहें। पिताजी की यादों को किसी तरह से भी हम भुला नहीं सकते।

छोटे के मुंह से इस तरह की बातें सुनकर मां गद-गद हो गई। वो बोली,

“वैसे तो मुझे दोनों से ही इसी जवाब की उम्मीद थी। पर ठीक है, जैसी हरि इच्छा। अब तुझे एक राज की बात बताऊँ, घर का ऋण तो तेरे पिताजी अपने रहते ही पटा गए थे। मैं तो ‘परख’ रही थी कि कौन मेरी कसौटी पर खरा उतरता है। तू उतर गया। तेरे पिताजी बैंक में पच्चीस लाख की जमा रसीद छोड़ गए हैं जो मेरे और उनके नाम की थी। अब उसका रुपया मुझे मिलेगा वो हम सबसे पहले ये घर आधुनिक बनाएंगे। ताकि कोई भी ये कह सके की कितना पुराना घर है।”

छोटा बेटा मां को आश्चर्य से देखता हुआ अवाक् रह गया। उसे इसका अंदाज भी नहीं था कि मां इतनी स्मार्ट भी हो सकती है।

।।आखिर मां तो मां ही होती है।।😊

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राही

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