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दिमागी ताकत बढ़ाने के उपचार - Sanatan-Forever

दिमागी ताकत बढ़ाने के उपचार

दिमागी ताकत बढ़ाने के उपचार

दिमागी ताकत बढ़ाने के उपचार

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कई बार शारीरिक और दिमागी दुर्बलता या किसी लम्बी बीमारी के कारण मस्तिष्क पर असर पड़ने लगता है और हमारी स्मरण शक्ति कम हो जाती है। जानते हैं कि आयुर्वेद के जरिये दिमाग की शक्ति को कैसे बढ़ा सकते हैं।

ब्राह्मी दिमागी शक्ति बढ़ाने की मशहूर जड़ी-बूटी है। ब्राह्मी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट तत्व के कारण इसके नियमित सेवन से दिमाग की शक्ति बढऩे लगती है। इसका एक चम्मच रस रोज पीना लाभदायक होता है।

अगर आपको इसका रस पसंद नहीं है तो आप इसको चबाकर भी खा सकते है इसके 7 पत्ते खाने से भी वही लाभ मिलता है।

सौंफ प्रतिदिन घर में प्रयोग किए जाने वाले मसालों में से एक है। इसका नियमित उपयोग सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। सौंफ और मिश्री को बराबर मात्रा में मिलाकर चूर्ण बना लें। इस चूर्ण को दो चम्मच दोनों समय भोजन के बाद लेते रहने से मस्तिष्क की कमजोरी दूर होती है।

काली मिर्च खाने के स्वाद को बढ़ाने के साथ औषधीय गुणों से भरपूर भी है। मस्तिष्क की कमजोरी दूर करने एवं स्मरण शक्ति बढ़ाने में काली मिर्च लाभप्रद होती है। 25 ग्राम मक्खन में 5-6 कालीमिर्च मिलाकर नित्य चाटने से दिमाग तेज होता है।

बादाम मे पाये जाने वाले आयरन, कॉपर, फास्फोरस और विटामिन बी यह सभी औषधीय तत्व एक साथ क्रिया करते है। इसलिए बादाम मस्तिष्‍क, दिल और लीवर को ठीक से काम करते रहने मे मदद करता है।

मस्तिष्‍क की शक्ति बढ़ाने के लिए पांच बादाम रात को पानी में भिगों दें। सुबह छिलके उतारकर बारीक पीस कर पेस्ट बना लें। अब एक गिलास दूध और उसमें इस पेस्ट और दो चम्मच शहद को डालकर पी लें इससे आपको बहुत फायदा होगा|

दालचीनी सिर्फ गर्म मसाला ही नहीं, बल्कि एक औषधि भी है। यह कमजोर मस्तिष्‍क की बेहतरीन दवा है। रात को सोते समय नियमित रूप से एक चुटकी दालचीनी पाउडर को शहद के साथ मिलाकर लेने से मानसिक तनाव में राहत मिलती है और दिमाग की शक्ति बढ़ती है।

अलसी का तेल आपकी एकाग्रता को बढाता है, मस्तिष्क की शक्ति को तेज करता है तथा सोचने समझने की शक्ति को भी बढ़ाता है। नियमित रूप से अलसी के तेल के सेवन से मस्तिष्क सम्बन्धी कोई विकार नहीं होता।

जायफल- अपनी गर्म तासीर के कारण बहुत थोड़ी मात्रा में उपयोग होने वाला जायफल के सेवन से दिमाग बहुत तेज बनता है। इसको खाने से आपको कभी एल्‍जाइमर यानी भूलने की बीमारी नहीं होती।

अखरोट में ओमेगा -3 फैटी एसिड भरपूर मात्रा में पाया जाता हैं। इसमें मैगनीज, तांबा, पोटेशियम, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, जिंक और सेलेनियम जैसे मिनरल्स भी पाये जाते हैं। अखरोट विटामिन ई का बहुत अच्छा स्रोत हैं, जो हमारे मस्तिष्क के लिए काफी फायदेमंद होता हैं।

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