Warning: Attempt to read property "base" on null in /home/u599592017/domains/sanatan.techtunecentre.com/public_html/wp-content/plugins/wp-to-buffer/lib/includes/class-wp-to-social-pro-screen.php on line 89
जानिये कौन सा ग्रह किस परिजन के कारण होगा रूष्ट (नाराज) ..?? - Sanatan-Forever

जानिये कौन सा ग्रह किस परिजन के कारण होगा रूष्ट (नाराज) ..??

जानिये कौन सा ग्रह किस परिजन के कारण होगा रूष्ट (नाराज) ..??

जानिये कौन सा ग्रह किस परिजन के कारण होगा रूष्ट (नाराज) ..??
〰️〰️🔸〰️〰️🔸〰️〰️🔸〰️〰️🔸〰️〰️🔸〰️〰️

जानिये कौन सा ग्रह किस परिजन के कारण होगा रूष्ट (नाराज) ..??
〰️〰️🔸〰️〰️🔸〰️〰️🔸〰️〰️🔸〰️〰️🔸〰️〰️

हम सभी कर्म करते है उसके अनुसार ही आगे हमें सुख -दुःख भोगने को मिलते है । कई सुख दुःख हमें अपने परिवार और सगे सम्बन्धियों के द्वारा भी होता है ।

आइये जानते है की परिवार में किसे कष्ट देने से कौन सा ग्रह होगा रूष्ट (कुपित/ नाराज)—

सभी जातक की जन्मकुंडली में अशुभ ग्रहों की स्थिति अलग-अलग रहती है, परंतु कुछ कर्मों के आधार पर भी ग्रह आपको अशुभ फल देते हैं।

व्यक्ति के कर्म-कुकर्म के द्वारा किस प्रकार नवग्रह के अशुभ फल प्राप्त होते हैं,आइए जानते हैं-

सूर्य :👉 किसी का दिल दुखाने या कष्ट देने से, किसी भी प्रकार का टैक्स चोरी करने से एवं किसी भी जीव की आत्मा को ठेस पहुँचाने पर सूर्य अशुभ फल देता है।

चंद्र :👉 सम्मानजनक स्त्रियों को कष्ट देने जैसे- माता,नानी,दादी,सास एवं इनके पद के समान वाली स्त्रियों को कष्ट देने एवं किसी से द्वेषपूर्वक ली वस्तु के कारण चंद्रमा अशुभ फल देता है।

मंगल :👉 भाई से झगड़ा करने, भाई के साथ धोखा करने से मंगल के अशुभ फल शुरू हो जाते हैं। इसी के साथ अपनी पत्नी के भाई (साले) का अपमान करने पर भी मंगल अशुभ फल देता है।

बुध :👉 अपनी बहन अथवा बेटी एवं बुआ को कष्ट देने से, साली एवं मौसी को कष्ट देने से बुध अशुभ फल देता है। इसी के साथ हिजड़े को कष्ट देने पर भी बुध अशुभ फल देता है।

गुरु :-👉 अपने पिता, दादा, नाना को कष्ट देने अथवा इनके समान सम्मानित व्यक्ति को कष्ट देने एवं साधु संतों को कष्ट देने से गुरु अशुभ फल देता है।

शुक्र :👉 अपने जीवनसाथी को कष्ट देने से, किसी भी प्रकार के गंदे वस्त्र पहनने, घर में गंदे एवं फटे पुराने वस्त्र रखने से व अनैतिक कामापराध करने पर शुक्र अशुभ फल देता है।

शनि :👉 ताऊ एवं चाचा से झगड़ा करने एवं किसी भी मेहनत करने वाले व्यक्ति को कष्ट देने से,अन्याय का साथ देने से, अपशब्द कहने एवं इसी के साथ शराब, माँस खाने पीने से शनि देव अशुभ फल देते हैं। कुछ लोग मकान एवं दुकान किराये से लेने के बाद खाली नहीं करते अथवा उसके बदले पैसा माँगते हैं तो शनि अशुभ फल देने लगता है।

राहु :👉 राहु सर्प का ही रूप है अत: सपेरे का दिल ‍दुखाने से, बड़े भाई को कष्ट देने से अथवा बड़े भाई का अपमान करने से, ननिहाल पक्ष वालों का अपमान करने से एवं नीच संगति या दुष्ट संगति करने से राहु अशुभ फल देता है।

केतु :👉 भतीजे एवं भांजे का दिल दुखाने एवं उनका हक ‍छीनने पर केतु अशुभ फल देता है। कुत्ते को मारने एवं किसी के द्वारा मरवाने पर, किसी भी मंदिर को तोड़ने अथवा ध्वजा नष्ट करने पर इसी के साथ ज्यादा कंजूसी करने पर केतु अशुभ फल देता है। किसी से धोखा करने व झूठी गवाही देने पर भी राहु-केतु अशुभ फल देते हैं।

मनुष्य को अपना जीवन व्यवस्‍िथत जीना चाहिए, अपने माता -पिता , सगे -सम्बन्धियों के साथ अपने से बड़ो की इज्जत करनी चाहिए और उनका आशीर्वाद लेना चाहिए। किसी को भी कष्ट या छल-कपट द्वारा अपनी रोजी नहीं चलानी चाहिए। किसी भी प्राणी को अपने अधीन नहीं समझना चाहिए जिससे ग्रहों के अशुभ कष्ट सहना पड़े।
〰️〰️🔸〰️〰️🔸〰️〰️🔸〰️〰️🔸〰️〰️🔸〰️〰️

🔥भाग्य🔥

🔥भाग्य🔥
〰️🌼🌼〰️

यात्रियों से भरी बस चली जा रहा थी, जब अचानक मौसम बदला और भारी बारिश चालू हो गयी और बिजली भी चारों तरफ चमकने लगी सभी देख रहे थे कि बिजली कभी भी बस को चपेट में ले सकती है । रोशनी से बचने के 2 या 3 कठिन प्रयास के बाद, चालक ने पेड़ से पचास फुट की दूरी पर बस बंद कर कहा –

“हमारे पास बस में कोई है जिसकी मृत्यु आज निश्चित है।” उस व्यक्ति की वजह से बाकी सब लोग भी मारे जाएंगे। अब ध्यान से सुनिये जो मैं कह रहा हूं ..मैं चाहता हूं कि प्रत्येक व्यक्ति बस से उतर एक एक कर बाहर जाकर पेड़ के तने को स्पर्श करे और वापस आ जाए।

“जिसकी मौत निश्चित है वह बिजली से पकड़ा जाएगा और मर जाएगा और बाकी सभी को बचा लिया जाएगा “।

उसने पहले व्यक्ति को जाने और पेड़ को छूने और वापस आने के लिये कहा वह अनिच्छा से बस से उतर गया और पेड़ को छुआ। उसका दिल प्रसन्न हो गया जब कुछ भी नहीं हुआ और वह अभी भी जीवित था। यही क्रम बाकी यात्रियों के लिए जारी रहा और उन सभी को राहत मिली जब वे पेड़ को छु कर लौटे और कुछ भी नहीं हुआ। लेकिन जब आखिरी यात्री की बारी आई, तो सभी उसे आँखों से घूरने लगे। वह यात्री बहुत डर गया और अनिच्छुक था क्योंकि वही केवल अकेला बचा था।सभी ने उसे नीचे उतरने और जाने और पेड़ को छूने के लिए मजबूर किया। मृत्यु के 100% भय के साथ, अंतिम यात्री पेड़ के पास गया और उसे छुआ। उसी समय वहाँ गड़गड़ाहट की एक बड़ी आवाज़ गूँजी और बिजली ने बस को चपेट में ले लिया – हां, बिजली के चपेट में आने से बस के अंदर सभी मारे गये। इस घटना से यह स्पष्ट हो गया (मानना पडेगा) कि पूरी बस इस आखिरी यात्री की उपस्थिति के कारण सुरक्षित थी।

कई बार, हम अपनी वर्तमान उपलब्धियों के लिए स्वयं श्रेय लेने की कोशिश करते हैं, लेकिन यह भूल जाते हैं कि यह हमारे साथ जूडे एक व्यक्ति के कारण है। शायद उस व्यक्ति की वजह से हम अपनी वर्तमान खुशी, सम्मान, प्रेम, नाम, प्रसिद्धि, वित्तीय सहायता, शक्ति, स्थिति और क्या नहीं आनंद ले रहे हैं अपने चारों ओर देखिए – शायद आपके माता-पिता, आपके पति या पत्नी, आपके बच्चे, आपके भाई-बहन, आपके मित्र आदि के रूप में आपके आस-पास कोई है, जो आपको नुकसान से बचा रहे हैं ..!

इसके बारे में सोचिये .. और उस आत्मा को धन्यवाद दें..।
〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Social Media Auto Publish Powered By : XYZScripts.com
Scroll to Top
Verified by MonsterInsights